भारत सरकार की नई कंपनी 2030 तक स्थापित करेगी 6 गीगावॉट की क्षमता वाली नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाएं

भारत सरकार के कोयला मंत्रालय के अंर्तगत एक नवरत्न केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन (NLC) इंडिया लिमिटेड ने एक पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी एनएलसी इंडिया ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (NIGEL) को अपने साथ शामिल किया है, जो विशेष रूप से सभी नवीकरणीय ऊर्जा पहलों पर ध्यान केंद्रित कर रही है।

कंपनी की पहली आयोजित बोर्ड मीटिंग में प्रमुख प्रबंधकीय पदों की नियुक्ति को मंजूरी दी गई और साथ ही कंपनी के प्रतीक चिन्ह (LOGO) को अपना लिया गया। एनआईजीईएल के अध्यक्ष प्रसन्ना कुमार मोटुपल्ली ने कंपनी का लोगो जारी करते हुए कहा कि नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित करने वाली नई कंपनी नवीकरणीय ऊर्जा (Renewable Energy) बिजली उत्पादन क्षमता को तेजी से बढ़ाने में मदद करेगी।

उन्होंने कहा कि औद्योगिक अति-आशावादी वातावरण होने के फलस्वरुप, नवीकरणीय ऊर्जा के विकास साथ ही इसमें सम्मिलित पंप्ड हाइड्रो सिस्टम और बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम जैसी भंडारण प्रणालियों का विकास भी साथ-साथ होगा।

उन्होंने आगे कहा कि केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (CEA), विद्युत मंत्रालय की ऑप्टिमल एनर्जी मिक्स रिपोर्ट 2030 के अनुसार ग्रिड पर परिकल्पित बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली (BESS) लगभग 41.65 गीगावॉट है और यह भंडारण प्रणाली के विकास के लिए श्रेष्ठ अवसर प्रदान करता है।

इस सहायक कंपनी द्वारा 2030 तक 6 गीगावॉट की क्षमता वाली नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाएं स्थापित करने की उम्मीद है। देश के विभिन्न हिस्सों में 2 गीगावॉट की क्षमता की परियोजनाएं शुरू की जा रही हैं।