भारत और इंग्लैंड के बीच 5वें संयुक्त सैन्य अभ्यास अजेय वॉरियर की आज इंग्लैंड के सैलिसबरी प्लेन्स में शुरूआत की। शहरी एवं अर्द्ध शहरी क्षेत्रों में उग्रवाद और आतंकवादी गतिविधियों से निपटने में सैन्य टुकड़ियों को प्रशिक्षण देना इस अभ्यास का लक्ष्य है और सैन्य अभ्यास अजेय वॉरियर– 2020 को भारत और इंग्लैंड के बीच दीर्घकालिक रणनीतिक संबंधों का उत्कृष्ट उदाहरण माना जा सकता है।
इस अभ्यास के शुभारंभ के दौरान यूके-7 इन्फेट्री ब्रिगेड के कमांडर ब्रिगेडियर टॉम बेविक ने भारतीय सैन्य दल का स्वागत किया। इस सैन्य अभ्यास के हिस्से के रूप में उग्रवाद एवं आतंकवादी गतिविधियों से निपटने के बारे में महत्वपूर्ण व्याख्यानों, प्रदर्शों तथा ड्रिलों को आयोजित किया जाएगा। दोनों देशों की सेना आवश्यकतानुसार रिफाइन ड्रिल तथा संयुक्त संचालन प्रक्रिया के तौर पर मुकाबले के दौरान अपने बहुमूल्य अनुभवों को भी साझा करेंगी। इस अभ्यास का समापन 72 घंटों के संयुक्त अभ्यास के बाद होगा, जो आतंकवादियों के खिलाफ सैनिकों द्वारा आतंकवाद विरोधी कार्रवाई के दौरान संयुक्त ऑपरेशन पर जोर देगा। दोनों लोकतांत्रिक देशों की सेनाओं को एक साथ प्रशिक्षित करने और एक-दूसरे के समृद्ध परिचालन अनुभवों से लाभ प्राप्त करने के उद्देश्य से यह सैन्य अभ्यास एक महत्वपूर्ण कदम है।