आरबीआई ने घटाया जीडीपी का अनुमान, रेपो रेट में भी की कटौती, लोन होंगे सस्ते

भारतीय रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर अनुमान घटाकर 6.1 प्रतिशत कर दिया है, इससे पहले आरबीआई ने 6.9 प्रतिशत जीडीपी का अनुमान लगाया था।
आरबीआई गवर्नर शशीकांत दास ने कहा है कि सरकार के करों में कटौती के बाद राजकोषीय लक्ष्य हासिल करने की उसकी प्रतिबद्धता को लेकर संदेह करने की कोई वजह नहीं है।
वहीं आरबीआई ने दूसरी तिमाही के लिए खुदरा मुद्रास्फीति दर के अनुमान को मामूली संशोधन के साथ 3.4 प्रतिशत कर दिया, जबकि दूसरी छमाही के लिए मुद्रास्फीति अनुमान को 3.5 प्रतिशत से 3.7 प्रतिशत पर बरकरार रखा।
आरबीआई ने मंद पड़ती आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिए प्रमुख नीतिगत दर रेपो रेट में 0.25 प्रतिशत की और कटौती कर दी है, इस कटौती के बाद रेपो रेट 5.15 प्रतिशत रह गई। रेपो रेट में इस साल में यह लगातार पाँचवीं बार कटौती की गई है। इसके अलावा आरबीआई ने नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (NEFT) की सुविधा 24 घंटे के लिए शुरू करने का ऐलान किया है। अभी यह सुविधा शाम 7.45 बजे तक उपलब्ध थी।