परियोजनाओं के अमल में आयी है काफी तेजी- प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज गौहाटी में एडवॉन्टेज असम-विश्व निवेशक शिखर सम्मेलन 2018 के उद्घाटन सत्र को संबोधित कहा कि उत्तर-पूर्व केंद्र सरकार की ऐक्ट ईस्ट नीति के केंद्र में है। उन्होंने आगे कहा कि ऐक्ट ईस्ट नीति आसियान देशों की जनता के साथ पारस्परिक जन संबंधों, व्यापारिक संबंधों एवं अन्य रिश्तों को बढ़ाने पर आधारित है। उन्होंने आगे कहा कि भारत और आसियान देशों के संबंध हजारों वर्ष पुराने हैं। उन्होंने कहा कि नई दिल्ली में गणतंत्र दिवस समारोह में 10 आसियान देशों के नेताओं का मुख्य अतिथि के रूप में स्वागत करना भारत के लिये प्रतिष्ठा का विषय था। प्रधानमंत्री ने जोर दिया कि उत्तर-पूर्वी क्षेत्र के संतुलित और तेज गति वाले विकास से भारत की विकास यात्रा को और ऊर्जा मिलेगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की सभी योजनाओं का उद्देश्य लोगों के जीवन में गुणवत्तामय बदलाव लाना है। उन्होंने कहा कि इनका उद्देश्य ‘जीवन को सरल बनाना हैÓ।
प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्रीय बजट में घोषित ‘आयुष्मान भारतÓ योजना संपूर्ण विश्व में इस तरह की सबसे बड़ी योजना है। उन्होंने कहा कि यह स्वास्थ्य बीमा योजना 45-50 करोड़ लोगों को लाभ पहुंचायेगी। उन्होंने गरीबों को स्वास्थ्य सुविधायें मुहैया कराने के लिये केंद्र सरकार द्वारा उठाये गये अन्य कदमों का भी जिक्र किया। नरेंद्र मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार लागत व्यय को कम कर के और उचित मूल्य की व्यवस्था करके किसानों की आय को दोगुना करने की दिशा में काम कर रही है। उन्होंने किसानों के कल्याण के लिये केंद्र सरकार द्वारा उठाये अन्य कदमों का भी ब्यौरा दिया। प्रधानमंत्री ने लोगों को सस्ते घर मुहैया कराने के लिये सरकार द्वारा उठाये कदमों की जानकारी दी। उन्होंने एलईडी बल्बों के वितरण के लिये उजाला योजना का भी जिक्र किया जिसकी वजह से घरों के बिजली के बिल को काफी कम करने में मदद मिली है। उन्होंने राष्ट्रीय बांस अभियान के पुनगज़्ठन का भी जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह उत्तर-पूवज़् के लिये बेहद महत्वपूणज़् है। प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार के नौकरशाही ढांचे में सुधार से परियोजनाओं के अमल में काफी तेजी आयी है।
प्रधानमंत्री ने मुद्रा योजना के तहत उद्यमियों को गारंटी मुक्त कजज़् मुहैया कराने की दिशा में उठाये गये कदमों का जिक्र किया। उन्होंने केंद्रीय बजट में लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम सेक्टर को करों में राहत दिये जाने की बात का भी जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने काले धन और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिये केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने पिछले तीन वर्षों में कई अहम आर्थिक सुधार किये हैं जिससे व्यापार करने की प्रक्रिया सरल हुई है। उन्होंने आगे कहा कि इन सुधारों के परिणाम स्वरूप विश्व बैंक द्वारा जारी व्यापार करने की सुगमता की रिपोर्ट के अनुसार 190 देशों के बीच भारत 42 स्थान चढ़ कर 100वें स्थान पर पहुंच गया है। महान असमी संगीतकार भूपेन हजारिका को उद्धृत करते हुये प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे स्वतंत्रता संग्राम के सेनानियों के सपनों को पूरा करना और 2022 तक एक नये भारत का निर्माण करना हम सबकी साझा जिम्मेदारी है। प्रधानमंत्री ने उत्तर-पूर्व क्षेत्र में परिवहन के एक नये बुनियादी ढांचे के विकास के लिये उठाये गये कदमों का भी जिक्र किया।