वेल्थ के साथ वेलनेस चाहते हैं तो भारत आएं- पीएम मोदी

स्विट्जरलैंड। दावोस में अपना भाषण शुरू करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि वर्ल्‍ड इकोनॉमिक फोरम की इस अड़तालीसवीं वार्षिक बैठक में शामिल होते हुए मुझे बेहद हर्ष हो रहा है। सबसे पहले मैं क्लॉज़ श्वाब को उनकी इस पहल पर और वर्ल्‍ड इकोनॉमिक फोरम को एक सशक्त और व्यापक मंच बनाने पर बहुत-बहुत साधुवाद देता हूँ। उनके विज़न में एक महत्वाकांक्षी एजेंडा है जिसका उद्देश्य है दुनिया के हालात सुधारना। उन्होंने इस एजेंडा को आर्थिक और राजनीतिक चिंतन से बहुत मज़बूती के साथ जोड़ दिया है। साथ ही साथ हमारेगर्मजोशी भरे स्वागत-सत्कार के लिए मैं स्विट्ज़रलैंड की सरकार और उसके नागरिकों के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करना चाहता हूँ।
अपने भाषण में उन्होंने न्यू इंडिया की तस्वीर पेश करते हुए दुनिया भर के कारोबारियों को भारत में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया। पीएम मोदी ने कहा कि अगर वेल्थ के साथ वेलनेस चाहते हैं तो भारत आएं। उन्होंने अपने भाषण में कहा कि पिछली बार 1997 में भारतीय पीएम एचडी देवगौड़ा दावोस आए थे। उस वक्त हमारा जीडीपी 400 बिलियन डॉलर से थोड़ा ज्यादा था। अब यह इससे छह गुना से भी ज्यादा है। पीएम मोदी ने जोर देते हुए कहा कि तकनीक ने दुनिया को बदला है। उन्होंने कहा कि आज डाटा सबसे बड़ी संपदा है। डाटा के वैश्विक संचार से सबसे बड़े अवसर बन रहे हैं और सबसे बड़ी चुनौतियां भी। पीएम मोदी ने कहा कि हमारे सामने कई महत्वपूर्ण सवाल हैं। उन्होंने कहा कि वो कौन सी शक्तियां हैं, जो दुनिया में सामंजस्य की जगह अलगाव चाहतीं हैं? पीएम मोदी ने जोर देते हुए कहा कि भारत हमेशा से वसुधैव कुटुम्बकम के मंत्र में विश्वास करता है, जिसका मतलब होता है कि पूरी दुनिया एक परिवार है और दूरियों को दूर करने के लिए यह अब भी प्रासंगिक है।
पीएम मोदी ने कहा कि मानवता के लिए तीन महत्वपूर्ण चुनौतियां हैं। इनमें जलवायु परिवर्तन एक बहुत बड़ी चुनौती है। जलवायु परिवर्तन को नियंत्रित करने के लिए मिलकर काम करने की जरूरत है। पीएम मोदी ने कहा कि मानव धरती की संतान है, फिर धरती के साथ ही ऐसा बर्ताव क्यों? संसाधनों को जरूरत के हिसाब से उपयोग करना चाहिए। लालच की पूर्ति के लिए संसाधनों का उपभोग सही नहीं है। महात्मा गांधी भी इसके विरोध में थे। हम प्राकृतिक संसाधनों का शोषण कर रहे हैं। आतंकवाद के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि यह एक बड़ा खतरा है और उस वक्त और भी ज्यादा जब कोई आपको अच्छे आतंकवाद और बुरे आतंकवाद की परिभाषा देता है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत में हम हमारे लोकतंत्र और विविधता पर गर्व करते हैं। उन्होंने कहा कि भारत में पहली बार जनता ने 30 साल बाद 2014 में किसी एक पार्टी को पूर्ण बहुमत दिया। हमने सभी के विकास के लिए संकल्प लिया ना कि एक विशेष वर्ग के लिए। हमारा मकसद सबका साथ सबका विकास है। जीएसटी जैसा बड़ा सुधार हमारी सरकार ने किया, हमारे काम की दुनियाभर मे सराहना हो रही है। पीएम मोदी ने कहा कि विश्व शांति के लिए भारत हमेशा खड़ा हुआ है। संयुक्त राष्ट्र की शांति सेना में भारत का अहम योगदन रहा है। वह हमेशा दुनिया में शांति के लिए काम करता रहेगा।