सुरक्षाबलों को मिली पूरी स्वतंत्रता, आतंक के मददगारों को चुकानी पड़ेगी भारी कीमत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीसीएस की बैठक के बाद राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि सुरक्षाबलों के साथ पूरा देश खड़ा है। उन्हें पूरी स्वतंत्रता दे दी गई है। हमें अपने सैनिकों के शौर्य पर उनकी बहादुरी पर पूरा भरोसा है। मुझे पूरा भरोसा है कि देश भक्ति के रंग में रंगे लोग, सही जानकारियां भी हमारी एजेंसियों तक पहुंचाएंगे। उन्होंने कहा कि आतंक के लिए हमारी लड़ाई और तेज होगी। उन्होंने कहा कि वीर भारतीय सपूतों ने देश के लिए अपने प्राणों की आहूति दे दी है। ऐसे हमलों का देश डटकर मुकाबला करेगा।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान तबाही के रास्ते पर चल रहा है। आतंकवादी उनके मददगार हैं जिसकी उसे कड़ी कीमत चुकानी होगी। दुनिया में अलग-थलग पड़ चुके हमारे पड़ोसी देश के मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे, वो तबाही के रास्ते पर चल रहे हैं। हम तरक्की के रास्त पर हैं। 130 करोड़ हिंदुस्तानी इस आतंकी हमले का मुंहतोड़ जवाब देंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं आतंकी संगठनों को और उनके सरपरस्तों को कहना चाहता हूं कि उन्होंने बहुत बड़ी गलती की है जिसकी उन्हें कीमत चुकानी होगी। मैं देश को विश्वास दिलाता हूं, हमले के पीछे जो ताकतें हैं, इस हमले के जो भी गुनहगार हैं, उन्हें सजा जरूर मिलेगी। इस हमले के बाद जो लोग हमारी आलोचना कर रहे हैं, उनकी भावनाओं का भी मैं आदर करता हूं। उनकी भावनाओं को मैं भी समझ पाता हूं, आलोचना करने का उनका पूरा अधिकार भी है। लेकिन सभी साथियों से अनुरोध है कि वक्त बहुत संवेदनशील और भावुक पल है। साथ ही प्रधानमंत्री राजनीतिक दलों से अपील है कि वह इस विषय पर राजनीतिक छींटाकशी से दूर रहें। इस हमले का देश एक जुट होकर मुकाबला कर रहा है। देश एक साथ है।

इसके पूर्व कैबिनेट की सुरक्षा संबंधी कमेटी की बैठक के बाद मीडिया को वित्तमंत्री अरुण जेटली और रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान को आतंकवाद पर दुनिया में बेनकाब करेंगे। पाकिस्तान को जो मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा दिया गया था, उसे वापस लेने का फैसला लिया गया है। जिन्होंने देश के लिए अपने जीवन का त्याग किया उनके लिए 2 मिनट का मौन रखा गया। आतंकी हमलों के मददगार, गुनहगार नहीं बचेंगे। अरुण जेटली ने कहा कि विदेश मंत्रालय ने सभी संभव राजनयिक कदम उठाने शुरू कर दिए हैं जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान को अलग-थलग किया जा सके क्योंकि इस कायराना वाली हरकत के पीछे उसका सीधा हाथ है। जो लोग इस हमले के जिम्मेदार हैं या इस आतंकवादी हमले का समर्थन किया है उन्हें इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।