हम कर रहे हैं 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी के लक्ष्य को प्राप्त करने का प्रयास- पीएम मोदी

अमेरिका दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को ब्लूमबर्ग ग्लोबल बिजनेस फोरम में कहा कि ब्लूमबर्ग ने मुझे भारत की भावनाओं और संभावनाओं पर, भारत की अपेक्षाओं और उम्मीदों पर, भारत की ग्रोथ स्टोरी और भारत के फ्यूचर डायरेक्शन पर अपनी बात रखने का अवसर दिया, इसके लिए मैं उनका बहुत-बहुत आभारी हूँ। उन्होंने कहा कि जब 2014 में हम सरकार में आए थे, तो देश की इकॉनॉमी करीब-करीब 2 ट्रिलियन डॉलर के आसपास थी। बीते पाँच वर्षों में हमने इसमें लगभग एक ट्रिलियन डॉलर और जोड़ दिया और अब हम कमर कसकर 5 ट्रिलियन डॉलर के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए काम कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आप लोग अपनी बातचीत में अकसर बिजनेस सेन्टीमेंट की बात करते हैं। इस चुनाव में 130 करोड़ भारतीयों ने अपना सेन्टीमेंट ही नहीं जताया है बल्कि जजमेंट भी दे दिया है कि विकास ही उनकी सबसे बड़ी प्राथमिकता है। यहां बैठे बिजनेस लीडर्स समझ सकते हैं कि विकास के पक्ष में यह सबल मैंडेट वास्तव में भारत में नए अवसरों का एलान है। आज भारत की जनता उस सरकार के साथ खड़ी है जो बिजनेस एनवायरनमेंट सुधारने के लिए बड़े से बड़े और कड़े से कड़े फैसले लेने में पीछे नहीं रहती। आज भारत में एक ऐसी सरकार है जो बिजनेस वर्ल्ड का सम्मान करती है, वेल्थ क्रिएशन का सम्मान करती है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आपकी जानकारी में होगा कि अभी कुछ दिन पहले ही हमने कॉरपोरेट टैक्स में भारी कमी करने का फैसला लिया है। ये निवेश के स्तर से बहुत क्रांतिकारी कदम है और इस फैसले के बाद मेरी बिजनेस वर्ल्ड के जितने भी लोगों से बात हुई, मुलाकात हुई, वो इसे बहुत ऐतिहासिक मान रहे हैं। इस दौरान निवेश बढ़ाने के लिए एक के बाद एक कई फैसलों का ऐलान सरकार द्वारा किया गया है। हमने 50 से ज्यादा ऐसे पुराने कानूनों को भी समाप्त कर दिया है, जो विकास के कार्यों में बाधा उत्पन्न कर रहे थे। मैं आपको फिर याद दिला दूं, हमारी नई सरकार को अभी तीन-चार महीने से ज्यादा नहीं हुए हैं। आज इस मंच से मैं कहना चाहता हूं कि ये तो अभी शुरुआत हुई है। अभी लंबा समय आगे बाकी है। इस सफर में भारत के साथ पार्टनरशिप करने के लिए ये पूरे विश्व के बिजनेस वर्ल्ड के लिए सुनहरा मौका है। अब हम आने वाले वर्षों में 100 लाख करोड़ रुपए, यानि लगभग 1.3 ट्रिलियन डालर आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च करने जा रहे हैं। इसके अलावा भारत के सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी लाखों करोड़ रुपए खर्च किए जा रहा हैं।