जल संसाधनों के प्रबंधन, संरक्षण एवं संवर्धन के कार्यों में मध्यप्रदेश को ‘सर्वश्रेष्ठ राज्य’ का राष्ट्रीय जल पुरस्कार

केन्द्रीय जलशक्ति मंत्रालय द्वारा मध्यप्रदेश को जल-संसाधन के बेहतर उपयोग, जल-संरचनाओं के संरक्षण एवं संवर्धन में उत्कृष्ट कार्य के लिए राष्ट्रीय जल पुरस्कार, 2022 की सर्वश्रेष्ठ राज्य श्रेणी में प्रथम स्थान के लिए चुना गया है। पुरस्कार समारोह शीघ्र ही होगा, जिसमें प्रदेश को ट्राफी और प्रशस्ति-पत्र से सम्मानित किया जायेगा।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस उपलब्धि के लिए मध्यप्रदेश के सभी नागरिक, जन-प्रतिनिधि एवं अधिकारियों को बधाई दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पर्यावरण के साथ सामंजस्य से विकास की ओर सतत आगे बढ़ते रहने में भारत आज विश्व का मार्गदर्शक है। जल-संरचनाओं का संरक्षण, संवर्धन एवं उचित प्रबंधन, पर्यावरण-संरक्षण का एक महत्वपूर्ण घटक है। यह बहुत गौरव की बात है कि समूचा मध्यप्रदेश इस दिशा में एकजुट होकर प्रयास कर रहा है, यह सम्मान मध्यप्रदेश की इसी सोच का प्रमाण है। सीएम चौहान ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत के प्रति आभार व्यक्त किया है।

उल्लेखनीय है कि सर्वश्रेष्ठ राज्य श्रेणी में विभिन्न घटकों-जल जीवन मिशन एवं जल शक्ति अभियान की उपलब्धियों, जल-संसाधन के संरक्षण एवं संवर्धन के प्रयास, वॉटर पॉलिसी, सिंचाई के परंपरागत तरीक़ों के स्थान पर माइक्रो इरीगेशन तकनीकी का प्रयोग, नवीन माइक्रो इरीगेशन प्रोजेक्ट्स का क्रियान्वयन, जल उपयोग की दक्षता (एफीशिएंसी), जल-संरचनाओं का पुनरुद्धार, सीवेज एवं औद्योगिक अपशिष्ट पानी को उपचारित कर पुनः उपयोग आदि क्षेत्रों में प्रयासों एवं उपलब्धियों का मूल्यांकन किया जाता है।

चतुर्थ राष्ट्रीय जल पुरस्कार अन्तर्गत राज्यों, संगठनों और व्यक्तियों आदि को 11 विभिन्न श्रेणियों-सर्वश्रेष्ठ राज्य, सर्वश्रेष्ठ जिला, सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायत, सर्वश्रेष्ठ शहरी स्थानीय निकाय, सर्वश्रेष्ठ मीडिया (प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक), सर्वश्रेष्ठ स्कूल, कैंपस उपयोग के लिए सर्वश्रेष्ठ संस्थान श्रेणी में आरडब्ल्यूए/धार्मिक/उच्च शिक्षण संस्थान, सर्वश्रेष्ठ इंडस्ट्री, सर्वश्रेष्ठ एनजीओ, सर्वश्रेष्ठ वॉटर यूजर एसोसिएशन और सीएसआर गतिविधि के लिए सर्वश्रेष्ठ उद्योग की श्रेणी में पुरस्कृत किया जा रहा है। विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार विजेताओं को प्रशस्ति-पत्र, ट्रॉफी और नकद पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।

हितधारकों और लोगों को जल-संसाधन प्रबंधन के प्रति समग्र दृष्टिकोण अपनाने और प्रोत्साहित करने के लिए एकीकृत राष्ट्रीय जल पुरस्कार की परिकल्पना की गई है। यह पुरस्कार, पानी के महत्व के प्रति जनता के बीच जागरूकता पैदा करने और प्रभावी जल प्रबंधन में सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाने के लिए प्रेरित करने का भी प्रयास करते हैं। जल शक्ति मंत्रालय द्वारा पहला राष्ट्रीय जल पुरस्कार 2018 में प्रदान किया गया था। जल-आंदोलन को जन-आंदोलन में बदलने के लिये 2019 में जल शक्ति अभियान और जल जीवन मिशन शुरू किया गया था, जिसमें कई पुनर्भरण संरचनाएँ बनाई गई और इसमें करोड़ों लोग शामिल हुए। राष्ट्रीय जल पुरस्कारों ने सर्वोत्तम जल-संसाधन प्रबंधन प्रथाओं को अपनाने के लिये स्टार्ट-अप्स के साथ प्रमुख संगठनों को वरिष्ठ नीति निर्माताओं के साथ जुड़ने और विचार-विमर्श करने का एक अच्छा अवसर प्रदान किया है।