भारत रत्न स्वर कोकिला लता मंगेशकर का निधन, देश में दो दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित

स्वर कोकिला लता मंगेशकर का आज 6 फरवरी, 2022 को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में निधन हो गया। सुश्री लता मंगेशकर 92 साल की थीं। उन्हें 8 जनवरी को कोविड-19 से संक्रमित होने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। भारत रत्न लता मंगेशकर के सम्मान में भारत सरकार ने दो दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। उनके सम्मान में राष्ट्रीय ध्वज दो दिनों तक आधा झुका रहेगा। सुश्री लता मंगेशकर का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंबई के शिवाजी पार्क में स्वर कोकिला लता मंगेशकर को अंतिम श्रद्धांजलि दी। 

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने संवेदना व्यक्त करते हुए एक ट्वीट में कहा, ”दुनिया भर के लाखों लोगों की तरह लता जी का निधन मेरे लिए हृदयविदारक है। भारत रत्न लता जी की उपलब्धियां अतुलनीय रहेंगी। उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडु ने कहा कि, लता जी के निधन से भारत ने अपनी आवाज खो दी है, जिन्होंने अपनी मधुर और प्रभावशाली आवाज से कई दशकों तक भारत एवं दुनिया भर में संगीत प्रेमियों को मंत्रमुग्ध किया।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी श्रद्धांजलि में कहा कि, उन्हें लता दीदी से हमेशा अपार स्नेह मिला है। अपने ट्वीट में प्रधानमंत्री ने कहा ”लता दीदी के गीतों में भावनाओं की विविधता थी। उन्होंने दशकों तक भारतीय फिल्म जगत के विकास को करीब से देखा।” केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने ट्वीट्स कर कहा कि “सुर व संगीत की पूरक लता दीदी ने अपनी सुर साधना व मंत्रमुग्ध कर देने वाली वाणी से न सिर्फ भारत बल्कि पूरे विश्व में हर पीढ़ी के जीवन को भारतीय संगीत की मिठास से सराबोर किया। संगीत जगत में उनके योगदान को शब्दों में पिरोना संभव नहीं है। उनका निधन मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है।“

केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि “मैं खुद को सौभाग्यशाली समझता हूँ कि समय-समय पर मुझे लता दीदी का स्नेह और आशीर्वाद प्राप्त होता रहा। अपने अतुलनीय देशप्रेम, मधुर वाणी और सौम्यता से वो सदैव हमारे बीच रहेंगी। उनके परिजनों व असंख्य प्रशंसकों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूँ। ॐ शांति शांति”

केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि स्वर कोकिला, सुर साम्राज्ञी लता जी का निधन ऐसी क्षति है जिसकी भरपाई असम्भव है। उनका जाना हर किसी के लिए व्यक्तिगत नुक़सान है। अन्य मंत्रियों और कलाकारों ने महान गायिका सुश्री लता मंगेशकर के निधन पर दुःख और संवेदना व्यक्त की हैं। सुश्री लता मंगेशकर के निधन पर फिल्म जगत के कलाकारों ने शोक व्यक्त किया। केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी ने ट्विटर पर दिवंगत गायिका के प्रति सम्मान व्यक्त किया।

लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर, 1929 को मराठी और कोंकणी संगीतकार पंडित दीनानाथ मंगेशकर के घर हुआ था। उनका मूल नाम हेमा था। यह अनुभवी गायिका आशा भोसले सहित पांच भाई-बहनों में सबसे बड़ी थीं। उनके पिता पंडित दीनानाथ मंगेशकर एक शास्त्रीय गायक और थिएटर अभिनेता थे। लता मंगेशकर ने 13 साल की उम्र में एक मराठी फिल्म, ‘किती हसाल’ के लिए अपना पहलापार्श्व गीत रिकॉर्ड किया और वर्ष 1942 में एक मराठी फिल्म, ‘पहिली मंगलागौर’ में अभिनय भी किया। वर्ष 1946 में उन्होंने वसंत जोगलेकर द्वारा निर्देशित ‘आप की सेवा में’ के लिए अपना पहला हिंदी फिल्म पार्श्व गीत रिकॉर्ड किया।

1972 में, लता मंगेशकर ने फिल्म ‘परिचय’ के लिए सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका का पहला राष्ट्रीय पुरस्कार जीता। उन्होंने कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार जीते। 2001 में लता मंगेशकर को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा ऑफिसर ऑफ़ फ्रेंच लीजन ऑफ ऑनर का खिताब, दादासाहेब फाल्के पुरस्कार, तीन राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, चार फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका पुरस्कार, फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार और कई अन्य पुरस्कार शामिल हैं। 1984 में मध्य प्रदेश की राज्य सरकार ने लता मंगेशकर पुरस्कार की स्थापना की, महाराष्ट्र सरकार ने भी गायन प्रतिभा को बढ़ावा देने के लिए 1992 में लता मंगेशकर पुरस्कार की घोषणा की थी।