श्री रामायण यात्रा के लिए चलाई जाएगी देश की पहली भारत गौरव पर्यटक ट्रेन

भगवान श्रीराम के भक्तों के लिए बड़ी खुशखबरी है। भारतीय रेलवे का उपक्रम आईआरसीटीसी रेल मंत्रालय द्वारा उद्घोषित भारत गौरव पर्यटक ट्रेन का संचालन शुरू करने जा रहा है। धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आधुनिक साज सज्जा के साथ तैयार पहली वातानुकूलित भारत गौरव ट्रेन श्री रामायण यात्रा के लिए चलाई जाएगी। यह विशेष पर्यटक ट्रेन दिल्ली से 21 जून को प्रारंभ होगी व पर्यटकों को प्रभु श्रीराम से सभी महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों का भ्रमण व दर्शन कराएगी। पूरी यात्रा में कुल 18 दिन लगेंगे।

यात्रा का पहला पाय प्रभु श्री राम का जन्म स्थान अयोध्या होगा, जहां श्री राम जन्मभूमि मंदिर श्री हनुमान मंदिर व नदीग्राम में भरत मंदिर का दर्शन कराया जाएगा। अयोध्या से रवाना होकर यह ट्रेन बक्सर जाएगी, जहां महर्षि विश्वामित्र का आश्रम व रामरेखा घाट पर गंगा स्नान का कार्यक्रम होगा। यहाँ से ट्रेन सीतामढ़ी जाएगी, जहां जानकी जन्म स्थान वह नेपाल के जनकपुर स्थित राम जानकी मंदिर का दर्शन प्राप्त किया जा सकेगा।

ट्रेन का अगला पड़ाव भगवान शिव की नगरी काशी होगा जहाँ से पर्यटक बसों द्वारा काशी के प्रसिद्ध मंदिरों सहित सीता समाहित स्थल, प्रयाग श्रृंगवेरपुर व चित्रकूट की यात्रा करेंगे। इस दौरान काशी, प्रयाग व चित्रकूट में रात्रि विश्राम होगा। चित्रकूट से चलकर यह ट्रेन नासिक पहुंचेगी, जहां पंचवटी व जयंबकेश्वर मंदिर का भ्रमण किया जा सकेगा। नासिक के पश्चात प्राचीन किष्किंधा नगरी हम्पी इस ट्रेन का अगला पड़ाव होगा, जहां अंजनी पर्वत स्थित हनुमान जन्म स्थल व अन्य महत्वपूर्ण धार्मिक व विरासत मंदिरों का दर्शन कराया जाएगा।

हम्पी के पश्चात रामेश्वरम इस ट्रेन का अगला पाव होगा में पर्यटकों को प्राचीन शिव मंदिर व धनुषकोटी का दर्शन लाभ प्राप्त होगा। रामेश्वरम से चलकर यह ट्रेन कांचीपुरम पहुंचेगी जहां शिव कांची, विष्णु कांची और कामाक्षी माता मंदिर का भ्रमण कराया जाएगा। इस ट्रेन का अंतिम पहाव तेलंगाना राज्य में स्थित भद्राचलम होगा, जिसे दक्षिण की अयोध्या के नाम से भी जाना जाता है। यह ट्रेन 18वें दिन दिल्ली वापस पहुंचेगी। इस दौरान ट्रेन द्वारा लगभग 8000 किलोमीटर की यात्रा पूरी की जाएगी।

इस पूर्णतया वातानुकूलित पर्यटक ट्रेन में ऐसी तृतीय श्रेणी के कोच होंगे। साथ ही आधुनिक किचन कार से यात्रियों को उनकी बर्थ पर ही शाकाहारी स्वादिष्ट भोजन परोसा जाएगा। ट्रेन में यात्रियों के मनोरंजन व यात्रा की जानकारी आदि प्रदान करने हेतु इन्फोटेन्मेंट सिस्टम भी लगाया गया है। स्वच्छ शौचालय के साथ ही सुरक्षा के लिए सुरक्षा गार्ड एवं सीसीटीवी कैमरे भी प्रत्येक कोच में उपलब्ध रहेंगे।

भारत गौरव पर्यटक ट्रेन, भारत सरकार की पहल ‘देखो अपना देश’ के अनुरूप घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए चलाई जा रही है। आईआरसीटीसी ने इस 18 दिनों की यात्रा के लिए 62,370 रुपए प्रति व्यक्ति का शुल्क निर्धारित किया है। इस टूर पैकेज की कीमत में यात्रियों को रेल यात्रा के अतिरिक्त स्वादिष्ट शाकाहारी भोजन, बसों द्वारा पर्यटक स्थलों का भ्रमण, एसी होटलों में ठहरने की व्यवस्था, गाइड व इंश्योरेंस आदि सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी। सरकार तथा पीएसयू के कर्मचारी इस यात्रा पर वित्त मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जारी दिशानिर्देशों के आधार पर पात्रता के अनुसार एलटीसी सुविधा का लाभ भी उठा सकते हैं।

आईआरसीटीसी ने इस टूर की बुकिंग प्रक्रिया को सुगम बनाने व ग्राहकों के लिए इसे और अधिक आकर्षक बनाने के लिए पेटीएम व रेजरपे जैसी पेमेंट गेटवे संस्थाओं से करार किया है। जिससे टूर की राशि का भुगतान आसान किश्तों में भी किया जा सके। भुगतान के लिए कुल राशि को 3, 6, 9, 12, 18 व 24 महीनों की किश्तों में पूरा किया जा सकेगा। किश्तों में भुगतान की यह सुविधा डेबिट व क्रेडिट कार्ड के माध्यम से बुकिंग करने पर उपलब्ध रहेगी। 

यात्रा की पूरी अवधि के दौरान आईआरसीटीसी की टीम स्वच्छता एवं स्वास्थ्य संबंधी सभी प्रोटोकॉल का ध्यान रखेगी एवं यात्रियों को सुरक्षित व चिंतामुक्त अनुभव देने का प्रयास करेगी। आईआरसीटीसी सभी पर्यटकों को फेस मास्क, हैड ग्लब्स और सैनिटाइजर रखने के लिए एक सुरक्षा किट भी प्रदान करेगी। सभी पर्यटकों और कर्मचारियों का तापमान जांच व हॉल्ट स्टेशनों पर बार-बार ट्रेन सैनिटाइजेशन आदि सुनिश्चित किया जाएगा।

सभी कर्मचारियों की अच्छी तरह से जांच की जाएगी और प्रत्येक भोजन सेवा के बाद रसोई और रेस्तरों को साफ व सैनिटाइज किया जाएगा। इस यात्रा की बुकिंग के लिए 15 वर्ष या उससे अधिक आयु वर्ग के प्रत्येक यात्री को कॉवित के टीके का दोनों डोज लगा होना अनिवार्य होगा । अधिक जानकारी के लिए यात्री आईआरसीटीसी की वेबसाइट inctctourism.com पर जा सकते हैं और ऑनलाइन बुकिंग भी कर सकते हैं। बुकिंग की सुविधा आधिकारिक वेबसाइट पर पहले आओ पहले पाओ के आधार पर उपलब्ध है।