स्वच्छ सर्वेक्षण 2021: लगातार पांचवी बार इंदौर बना देश का सबसे स्वच्छ शहर

केंद्र सरकार ने स्वच्छ सर्वेक्षण-2021 के विजेताओं का ऐलान कर दिया है। मध्य प्रदेश की व्यवसायिक राजधानी कहलाने वाला इंदौर शहर लगातार पांचवीं बार पहले स्थान पर रहा। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज विजेताओं को सम्मानित किया।

स्वच्छ सर्वेक्षण-2021 में दूसरे नंबर पर गुजरात का सूरत और तीसरे नंबर पर आंध्र प्रदेश का विजयवाड़ा रहा। वहीं उत्तर प्रदेश के वाराणसी को सबसे स्वच्छ गंगा शहर का खिताब प्रदान किया गया है। स्वच्छ सर्वेक्षण में छत्तीसगढ़ को देश का सबसे स्वच्छ राज्य घोषित किया गया है।

इसके अलावा 12 करोड़ का सफाई मित्र सुरक्षा चैलेंज अवार्ड भी इंदौर नगर निगम ने अपने नाम कर लिया। ये पुरस्कार पहली बार ही शुरू किया गया है। स्वच्छता सर्वेक्षण-2021 में इंदौर शहर को इस बार 3 पुरस्कार मिले हैं। इसके अलावा सफाई मित्र इंदिराबाई आदिवाल को भी सम्मानित किया गया।

स्वच्छ भारत मिशन-शहरी 2.0 के तहत भारत को कचरा-मुक्त बनाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टकोण की तजज़् पर कचरा-मुक्त शहरों की श्रेणी के तहत प्रमाणित शहरों को इस समारोह में सम्मानित किया गया। स्वच्छ सर्वेक्षण-2021 में इस बार के स्वच्छ सवेज़्क्षण में 4320 शहरों-नगरों को शामिल किया गया है, जो दुनिया का सबसे बड़ा स्वच्छता सर्वेक्षण है।

स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में मध्यप्रदेश की प्रमुख उपलब्धियाँ

  • 10 लाख अधिक आबादी की श्रेणी: देश के 20 टॉप शहरों में मध्यप्रदेश के सभी 4 शहर इन्दौर, भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर शामिल।
  • 1 से 10 लाख आबादी की श्रेणी : पश्चिमी क्षेत्र श्रेणी में देश के 100 शहरों में मध्यप्रदेश के 25 शहर शामिल।
  • 50 हजार से 1 लाख आबादी की श्रेणी में देश के 100 शहरों में मध्यप्रदेश के 26 शहर शामिल।
  • 25 हजार से 50 हजार आबादी की श्रेणी में देश के 100 शहरों में मध्यप्रदेश के 26 शहर शामिल।
  • 25 हजार से कम आबादी की श्रेणी में देश के 100 शहरों में मध्यप्रदेश के 35 शहर शामिल। इंदौर को मिला 5 स्टार के साथ सफाई मित्र सुरक्षा चैलेंज और स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में देश के सर्वश्रेष्ठ शहर का सम्मान।
  • प्रदेश के कुल 27 शहरों को मिली स्टार रेंटिंग, 5 स्टार 1, 3 स्टार 9 और 1 स्टार 17 शहर घोषित किए गए।
  • भोपाल ने इस साल फिर पाया स्व-संवहनीय राजधानी का खिताब और सफाई मित्र सुरक्षा चैलेंज में देश में तीसरा स्थान।  
  • प्रदेश के 06 शहर हुए विभिन्न श्रेणियों के राष्ट्रीय पुरुस्कारों से सम्मानित।
  • मध्यप्रदेश को तीसरे सबसे स्वच्छ राज्य का पुरस्कार।
  • छोटे शहरों की श्रेणी में खरगोन जिले के बड़वाहा को जोनल रैंकिंग में सबसे तेजी से बढ़ते शहर का सम्मान।

स्वच्छ सर्वेक्षण -2021

सर्वेक्षण कुल 6000 अंकों का था, जिसमें सेवा स्तर प्रगति के कुल 2400 अंक थे। ओडीएफ स्टार रेटिंग के प्रमाणीकरण के 1800 अंक मिलाकर प्रदेश को अपना प्रदर्शन बेहतर करना था। नागरिकों की इस सर्वेक्षण में भूमिका बढ़ी थी, जिसका कुल अंक प्रभाव 1800  का था। इसके अलावा सफाई मित्र सुरक्षा चैलेंज में प्रदेश के 16 नगर निगमों सहित 2 लाइट हाउस शहर सीहोर एवं खरगोन शामिल थे।

स्टार रेटिंग -2021

प्रदेश के शहरों ने स्टार रेटिंग के लिए अपने दावे प्रस्तुत किए थे। इसमें से 324 शहरों को डेस्कटॉप असेसमेंट में सफलता प्राप्त हुई थी। हाल में जारी प्रथम फेस के परिणामों में प्रदेश के 10 शहर इंदौर, भोपाल, उज्जैन, देवास, होशंगाबाद, ग्वालियर, सिंगरोली, मूंदी, बुरहानपुर, राजगढ़ और धार को स्टार रेटिंग प्रमाणीकरण हेतु सम्मानित किया जा रहा है। स्टार रेटिंग के दावों के परीक्षण में करीब 28 बिंदुओं पर शहरों के प्रत्येक वार्ड को परखा जाता है। अगर शहर का एक भी वार्ड उक्त मानदंडों पर विफल होता है, तो शहर का स्टार रेटिंग का दावा निरस्त कर दिया जाता है। स्पष्ट है कि शहरों के सभी वार्डों को उक्त मानदंडों पर पास होने पर ही स्टार रेटिंग से प्रमाणित किया जाता है। यह एक अत्यंत कठिन प्रक्रिया है, जिसमें नगरीय निकाय, जनप्रतिनिधियों, सफाई कर्मियों नागरिकों आदि सभी का आपसी समन्वय और सामंजस्य होना आवश्यक है।

सफाई मित्र सुरक्षा चैलेंज

भारत सरकार द्वारा प्रदेश के 18 शहरों ( 16 नगर निगमों एवं 2 लाइट हाउस शहरों सीहोर एवं खरगोन) को नामांकित किया गया था। माह अक्टूबर-2021 के दौरान इन सभी निकायों की विभिन्न मापदंडों पर समीक्षा की गई। इस जमीनी सत्यापन में प्रदेश के 18 शहरों ने भागीदारी की, जिसमें प्रदेश के तीन शहरों इंदौर, देवास और भोपाल ने राष्ट्रीय स्तर पर अपना स्थान सुरक्षित किया है।

ओडीएफ प्लस, डबल प्लस और वॉटर प्लस

प्रदेश में खुले में शौच से मुक्ति, सार्वजनिक शौचालयों में मानक व्यवस्थाएँ, फीकल स्लज के सुरक्षित निपटान और अपशिष्ट जल के पुन: उपयोग करने की प्रक्रियाओं, वैज्ञानिक अनुपालन हेतु नगरीय क्षेत्रों को ओडीएफ, ओडीएफ प्लस, ओडीएफ डबल प्लस के प्रमाणीकरण प्रदान किए जाते हैं। वर्ष-2021 के दौरान प्रदेश के 295 शहर ओडीएफ डबल प्लस और 78 शहर ओडीएफ प्लस प्रमाणित किए गए हैं। इसके अलावा इंदौर को वॉटर प्लस का प्रमाणित होने का गौरव प्राप्त हुआ है।