मज़दूर विरोधी है केंद्र सरकार की नीतियां, हिन्द मज़दूर सभा ने दिया एक दिवसीय धरना

देश के सभी श्रमिक संगठनों द्वारा 26 नवंबर को आयोजित होने वाली एक दिवसीय राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल का हिंद मजदूर सभा की जबलपुर इकाई ने धरने के माध्यम से समर्थन किया। सर्वप्रथम सभी कार्यकर्ताओं द्वारा दोपहर 12 बजे जननायक बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर धरना प्रारंभ किया गया।

धरने पर केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों का विरोध नारों के माध्यम से किया गया, धरने को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि एआईडीईएफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष एसएन पाठक ने उपस्थित होकर धरने का समर्थन किया साथ ही सार्वजनिक क्षेत्र रेल, डिफेंस, भेल, कोलमाइंस, बिजली उद्योग जैसे फायदे में चलने वाले संस्थानों को बेचना देश बेचने के बराबर तुलना कर उपस्थित जनों से संघर्ष करने की अपील की।

पूर्व विधायक नन्हेलाल धुर्वे ने अपना समर्थन देते हुए युवाओं से सरकार की मजदूर एवं दमनकारी नीतियों का विरोध कर एकजुट होकर आवाज बुलंद करने की बात कही। डब्ल्यूसीआरईयू के मंडल अध्यक्ष बीएन शुक्ला ने केंद्र सरकार को पूर्ण रूप से मजदूर विरोधी बताया साथ ही न्यू पेंशन स्कीम को समाप्त कर पुरानी पेंशन स्कीम को बहाल करने की बात कही।

हिंद मजदूर सभा के प्रदेश सचिव नेम सिंह ने केंद्र एवं प्रदेश सरकार के द्वारा किए जा रहे श्रम संशोधन कानून को देश के मजदूरों के साथ धोखा बताया। जिसके जिसके लिए आम जनता असंगठित और संगठित क्षेत्र के मजदूरों को एकजुट होकर दमनकारी नीतियों का विरोध करने की बात कही। धरने पर एटक के एसके मिश्रा, सीटू से एके नायक सहित अन्य श्रमिक नेताओं में सभा को संबोधित किया।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से डब्ल्यूसीआरईयू के नवीन लिटोरिया, अमरीश सिंह, सुनील श्रीवास्तव, पुष्पेंद्र सिंह, रामदास यादव, राकेश जयसवाल, शरद बोरकर, वीरेंद्र साहू, नितेश सिंह, सीमेद्र रजक, पीपी पटेल, राहुल डी.बी. थापा, प्रियंका सिंह, खुशबू चक्रवर्ती, मोहम्मद नसीम, भवानी प्रसाद पटेल, सरमन रजक सहित बड़ी मात्रा में कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी उपस्थित हुए।