तीखा तीर

मिली विरासत में सत्ता थी
लेकिन संजो न पाए

जाति-पाति विष बो करके
धरती-पुत्र के पुत्र कहलाये

चाचा को ही धूल चटा दी
अब बाबा से घबराये

-वीरेन्द्र तोमर