सुशांत सिंह राजपूत के मृत्यु के संबंध में बहुत सारी बातें चल रही हैं। इसमें सही क्या है कह पाना कह पाना अत्यंत कठिन कार्य है। संबंध में लोगों में जानने की बेहद मांग थी, अतः प्रश्न कुंडली बनाकर इस बात को हल करने का प्रयास किया गया है। साथ ही नेट पर उपलब्ध सुशांत सिंह की कुंडली पर विचार किया गया है। नेट पर उपलब्ध कुंडली को हम पूर्णतया सत्य नहीं मान सकते हैं। इस प्रकार चारों कुंडलियों से प्राप्त फल की फिर से जांच की गई और अंतिम फल निकाला गया।

इस कार्य हेतु मैंने तीन प्रश्न कुंडलियां बनाई।
क्या सुशांत का मर्डर हुआ है ?
क्या रिया ने मर्डर किया है?
तीसरा सुशांत की मृत्यु का जवाबदार कौन है?
चौथा नेट पर उपलब्ध सुशांत सिंह की कुंडली।

हम जानते हैं कि मृत्यु के कारणों का विचार आठवें भाव से किया जाता है। शरीर का विचार लग्न से करते हैं। रोग का विचार छठे भाव से करते हैं। अतः मृत्यु के बारे में पता करने के लिए पहले भाव, छठे भाव एवं आठवें भाव का विशेष रूप से विचार करना पड़ेगा।इसके अलावा अगर व्यक्ति ने आत्महत्या की है तो चंद्रमा के बारे में भी विचार करना होगा।

अब हम आते हैं पहली प्रश्न कुंडली पर। प्रश्न है कि क्या सुशांत का मर्डर हुआ है? यह कुंडली तुला लग्न की है चंद्रमा शनि की राशि कुंभ में बैठा है। इस पर राहु की दृष्टि है अर्थात यह स्पष्ट है कि चंद्रमा दूषित है। छठे भाव में मंगल बैठा हुआ है। जो अपने मित्र भाव में है। छठे भाव का स्वामी गुरु है ।छठे भाव पर वक्री शनि की दृष्टि है। साथ ही गुरु के साथ केतु बैठा हुआ है। गुरु शुक्र और राहु से दृष्टव्य है। गुरु वक्री भी है। इस प्रकार हम कह सकते हैं कि षष्ठेश कमजोर है। छठे भाव का स्वामी गुरु वक्री होकर अपनी ही राशि में तीसरे भाव में बैठा है तीसरा भाव श्वास नली का होता है। इस पर राहु एवं शुक्र की दृष्टि भी है यह तो साथ में बैठा है अतः यह साफ है कि श्वास नली के कारण जातक की मृत्यु हुई है। छठे भाव पर वक्री शनि की दृष्टि है अतः इससे नसों पर भी असर पड़ेगा। अतः गर्दन एवं तंत्रिका तंत्र पर भी दबाव पडा है। यह दोनों बातें बताती हैं कि सांस नली एवं तंत्रिका तंत्र में रुकावट से मृत्यु हुई है। छठी भाव का मंगल बताता है कि मृत्यु क्या दौरान खून निकला है। इस पूरे कार्य के दौरान दो स्त्रियों एवं तीन पुरुष का योगदान हो सकता है। परंतु यह रिजल्ट नहीं है। पूर्ण फल बताने हेतु अन्य प्रश्न कुंडलियों का भी अध्ययन आवश्यक है।

अब हम आते हैं दूसरी प्रश्न कुंडली की तरफ, जिसमें पूछा गया था कि क्या इसमें रिया का हाथ है? इस प्रश्न कुंडली का लग्न कर्क राशि है ।पहले भाव में बुध एवं सूर्य बैठे हैं। मंगल एवं शनि की इस पर दृष्टि है। लग्नेश चंद्रमा है जो भाग्य भाव में बैठा हुआ है। मंगल इसके साथ बैठा हुआ है। इस पर अन्य कोई ग्रह की दृष्टि नहीं है। छठे भाव का स्वामी गुरु है जो अपने ही भाव में बैठा हुआ है केढंतु उसके साथ है शुक्र और राहु की दृष्टि है। आठवें भाव का स्वामी शनि है। इस पर राहु की दृष्टि है। साथ ही शनि पर बुद्ध एवं सूर्य की दृष्टि भी है। आठवां भाव की राशि कुंभ है जो एक पुरुष राशि होती है, अतः मृत्यु किसी पुरुष के द्वारा हुई है। इसके अनुसार मृत्यु का कारण 3 स्त्रियां तथा पांच पुरुष है।

अब हम आते हैं तीसरे प्रश्न कुंडली पर। साफ-साफ पूछा गया था, इस सुशांत की मृत्यु का जवाबदार कौन। इस कुंडली में तुला लग्न की है। लग्नेश शुक्र राहु के साथ बुद्ध के घर में बैठा हुआ है। वक्री गुरु एवं केतु की दृष्टि है। छठे भाव का स्वामी गुरु केतु के साथ बैठा हुआ है इस पर शुक्र और राहु की दृष्टि है छठे भाव में मंगल बैठा हुआ है इस पर शनि की दृष्टि है। आठवें भाव में वृष राशि है जोकि एक स्त्री राशि है अतः इस मृत्यु की जिम्मेदार कोई स्त्री है।

नेट से प्राप्त कुंडली के अनुसार सुशांत सिंह का जन्म पूर्णिया या पटना में दिनांक 21/ 1/86 को 2:15 एएम पर हुआ था। इस कुंडली का लग्न वृश्चिक है, जो 6 डिग्री का है इस प्रकार चंद्रमा भी कुल 8 डिग्री का है। इस कुंडली के अनुसार जातक का रंग गोरा होना चाहिए। साथ ही चेहरे पर एक कट मार्क भी होना चाहिए। मृत्यु के समय इस कुंडली के अनुसार राहु में चंद्र में शुक्र का प्रत्यंतर चल रहा था तथा सुशांत सिंह के इस कुंडली में शुक्र मारकेस है। इस कुंडली में चंद्रमा उच्च का होकर सप्तम भाव में है परंतु शनि से दृष्ट है। शनि अपने शत्रु के भाव में है अतः कमजोर है। इस प्रकार यह निश्चित है कि सुशांत एक मजबूत मनोस्थित के व्यक्ति थे। अतः उनके आत्महत्या का कोई कारण नहीं बनता है। चंद्रमा के सप्तम भाव में होने के कारण स्त्रियों से इनका शब्द का संबंध अच्छा होगा, परंतु शनि द्वारा दृष्ट होने के कारण संबंध टिकेगें नहीं। तीन प्रश्न कुंडलियां एवं जन्म कुंडली को देखने के उपरांत यह आवश्यक है कि 14 जून का गोचर भी देखा जावे। गोचर के अनुसार छठे भाव में कोई ग्रह नहीं है। केवल केतु की दृष्टि है। छठे भाव का स्वामी मंगल, शनि के घर में है। अष्टम भाव में राहु और बुध हैं। राहु उच्च का है। बुध खुद अपने ही घर में है। इसके अनुसार मृत्यु का कारण कन्फ्यूजन तथा पैसा प्रतीत हो रहा है। चंद्रमा गुरु की राशि में अर्थात अपने मित्र की राशि में है है अतः मनः स्थिति खराब नहीं होनी चाहिए।

प्रथम प्रश्न कुंडली से निष्कर्ष है की मृत्यु का कारण हत्या है तथा इस हत्या में एक बहुत बड़ा व्यक्ति 2 स्त्रियां तथा 3 पुरुषों का हाथ है। दूसरी प्रश्न कुंडली का प्रश्न था कि क्या इस मृत्यु में रिया का हाथ है? इसका उत्तर है कि इस मृत्यु की साजिश में 3 स्त्रियां शामिल हैं। पुरुषों में एक बहुत बड़ा व्यक्ति दूसरा बहुत धनवान व्यक्ति या बैंकर या अकाउंटेंट तीसरा व्यक्ति भी काफी बड़ा व्यक्ति है। चौथा व्यक्ति विद्वान होगा। पांचवा व्यक्ति अत्यंत दुष्ट व्यक्ति है। हत्या किसी पुरुष के द्वारा की गई है। तीसरी प्रश्न कुंडली के अनुसार यह हत्या है तथा इसके लिए 3 स्त्रियां तथा 3 पुरुष जिम्मेदार हैं। स्त्रियों की स्थिति प्रश्न कुंडली दो के अनुसार ही है, परंतु पुरुषों में एक बड़ा आदमी एक विद्वान व्यक्ति तथा एक दुष्ट व्यक्ति है सम्मिलित है। जन्म कुंडली के फलों को पहले ही बताया जा चुका है। अतः उपरोक्त सभी बातों को ध्यान करके कहा जा सकता है कि सुशांत सिंह की हत्या हुई है जो पुरुष ने की है।

जय माँ शारदा

पंडित अनिल पांडेय
ज्योतिषाचार्य

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