ट्रम्प या बाइडेन, कौन बनेगा अमेरिका का राष्ट्रपति: ज्योतिषाचार्य अनिल पांडेय

किसी भी ज्योतिषी के लिए सबसे आसान होता है चीन और रूस के राष्ट्रपति के चुनाव की भविष्यवाणी करना। जैसे इस वर्ष होने वाले चीन के राष्ट्रपति के चुनाव की भविष्यवाणी बड़ी आसानी से की जा सकती है कि शी जिनपिंग फिर से चीन के राष्ट्रपति बनेंगे। इसी प्रकार रूस के राष्ट्रपति के लिए नहीं चुनाव के समय कोई भी भविष्यवाणी कर सकता था, कि ब्लादिमीर पुतिन 2036 तक के लिए रूस के राष्ट्रपति निर्वाचित होंगे।

परंतु सबसे मुश्किल काम है अमेरिका की राष्ट्रपति पद पर चुने जाने वाले व्यक्ति के नाम के बारे में भविष्यवाणी करना। हम सभी को मालूम है कि अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव का दौर चल रहा है। इसके तहत अंतिम वोटिंग 3 नवंबर को है। इलेक्शन जो जीतेगा वह 20 जनवरी 2021 को अमेरिकी राष्ट्रपति का पदभार ग्रहण करेगा।

इस इलेक्शन में 2 उम्मीदवार हैं। पहले वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जोकि रिपब्लिकन पार्टी का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। डोनाल्ड ट्रंप एक बहुत बड़े व्यापारी तथा टेलीविजन के व्यक्तित्व  है। इनके विरुद्ध खड़े हुए जो बाइडेन डेमोक्रेट पार्टी के उम्मीदवार हैं। जो बाइडेन 2008 से 2016 तक अमेरिका के वाइस प्रेसिडेंट भी रहे हैं। इसके पहले 1972 से 2008 तक वे सीनेटर थे।

अमेरिका में राष्ट्रपति के चुनाव के साथ-साथ वाइस प्रेसिडेंट का चुनाव भी हो जाता है। अगर डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति बनते हैं तो उनके साथ माइक पेंस तथा अगर जो बिडेन राष्ट्रपति बनते हैं तो उनके साथ कमला हैरिस उपराष्ट्रपति बनेंगी।

उपरोक्त बातों से स्पष्ट है कि चुनाव में केवल राष्ट्रपति के पद के उम्मीदवार के कुंडली के विश्लेषण करने की आवश्यकता नहीं है। वरन उसके साथ उपराष्ट्रपति के पद के उम्मीदवार की कुंडली की भी विवेचना करनी होगी। इंटरनेट पर उपलब्ध चारों महानुभावों की कुंडलियों को देखने से ज्ञात होता है की संभवत वह सही नहीं है। अतः मैंने आप लोगों द्वारा प्राप्त प्रश्नों के आधार पर समय का अनुसरण करते हुए 4 प्रश्न कुंडलियां बनाई।

पहली कुंडली इस बात की बनाई गई कि क्या डोनाल्ड ट्रंप इलेक्शन जीतेंगे?
दूसरी कुंडली का प्रश्न था कि क्या जो बाइडेन इलेक्शन जीतेंगे?
तीसरी कुंडली में यह प्रश्न लिया गया कि क्या माइक पेंस उपराष्ट्रपति बनेंगे और चौथी कुंडली इस बात के लिए बनाई गई कि क्या कमला हैरिस इलेक्शन जीतेंगी?

प्रश्न कुंडली का विश्लेषण करते समय कुछ भाव पर विशेष रूप से ध्यान देना होगा। इलेक्शन में जनता मुख्य होती है। कुंडली में जनता के बारे में विचार चतुर्थ भाव से किया जाता है। इसी प्रकार शत्रुओं का भी इलेक्शन में डर काफी होता है। शत्रुओं का विचार करने केलिए छठा भाव पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाएगा। इसी प्रकार भाग्य भाव का भी अर्थात नवम भाव पर भी ध्यान देना आवश्यक होगा। इन्हीं बिंदुओं हम चारों प्रश्न कुंडलीओं का विश्लेषण करेंगे।

पहली प्रश्न कुंडली वर्तमान राष्ट्रपति ट्रंप की है। आइए हम इस प्रश्न कुंडली का विवेचना करते हैं।
डोनाल्ड ट्रंप के इलेक्शन में जीतने की संभावना के ऊपर जो कुंडली बनाई गई है, वह मिथुन लग्न की है। वक्री मंगल लग्न में बैठा हुआ है ।तृतीय भाव में राहु है। छठे भाव में शत्रु राशि में शुक्र है। अष्टम भाव में वक्री बुध नीच का सूर्य तथा चंद्रमा विराजमान है। नवम भाव में केतु दशम भाव में गुरु और एकादश भाव में शनि बैठे हैं।
चतुर्थ भाव का स्वामी बुध वक्री होकर अष्टम भाव में बैठा है। इसी प्रकार स्व भाव का गुरु अपने शत्रु भाव बुद्ध के भाव को देख रहा है। यह भी जनता के तरफ से अच्छे संकेत नहीं है।अतः जनता के सहयोग को प्राप्त होने की संभावना कम है। बुध ग्रह व्यापारियों का प्रतिनिधित्व करता है जिसके कारण इस बार डोनाल्ड ट्रंप को सोशल मीडिया फेसबुक एवं ट्विटर से उतना फायदा नहीं मिल पा रहा है।

छठे भाव शत्रु भाव में अपनी शत्रु राशि में शुक्र बैठा हुआ है। जोकि शत्रु को मजबूत करता है परंतु दशम भाव में बैठा हुआ गुरु अपनी मित्र दृष्टि से छठे भाव को देख रहा है। परंतु यह भी कोई शत्रुहन्ता योग नहीं बना रहा है । इससे स्पष्ट है कि इस इलेक्शन में शत्रुओं का दबाव डोनाल्ड ट्रंप पर रहेगा। छठे भाव का स्वामी सूर्य है जो नीच का होकर अष्टम भाव में बैठा है। इसके कारण  प्रचार के दौरान श्री ट्रंप बीमार भी पड़े। कमजोर शुक्र के इनके छठे भाव में होने के कारण तथा प्रश्न कुंडली के अनुसार शुक्र का प्रत्यंतर होने के कारण इनको  फेफड़ों का रोग हुआ।

अब हम आते हैं भाग्य भाव के तरफ। भाग्य भाव का स्वामी मंगल वक्री होकर लग्न में बैठा हुआ है लग्न का मंगल सामान्य तौर से अच्छा नहीं माना जाता है अतः भाग्य के लिए यह फलदायक नहीं होगा। इसी भाव में केतु भी बैठा हुआ है जोकि भाग्य भाव के लिए एक अच्छा संकेत है। इन दोनों ग्रहों के सम्मिलित प्रभाव के कारण श्री ट्रंप को किसी कन्फ्यूजन के कारण भाग्य से मदद मिल सकती है। विभिन्न प्रकार के कन्फ्यूजन पैदा करने का डोनाल्ड ट्रंप प्रयास भी कर रहे हैं। इस प्रकार हम देखते हैं कि प्रश्न कुंडली के अनुसार वर्तमान में डोनाल्ड ट्रंप का असर अच्छा नहीं है।

इस इलेक्शन में डोनाल्ड ट्रंप के पार्टनर के रूप में उपराष्ट्रपति पद के प्रत्याशी माइक पेंस हैं। आपने के प्रश्न आप लोगों से प्राप्त प्रश्नों के अनुसार माइक पेंस के उपराष्ट्रपति बनने के संबंध में भी प्रश्न कुंडली बनाइए बनाई गई यह प्रश्न कुंडली भी मीन लग्न की ही है परंतु इसमें सूर्य नीच का नहीं है। माइक पेंस का शत्रु भाव मजबूत हुआ जिसके कारण इनके खिलाफ शत्रु उतने मजबूत नहीं हो पाए साथ ही इनका स्वास्थ्य भी अच्छा रहा। इस प्रकार प्रश्न कुंडली के अनुसार माइक पेंस का शत्रु भाव में कमजोर नहीं है तथा शत्रु उनके  ऊपर कम प्रभावी होंगे । इस प्रकार यह कुंडली सफलता के लिए बहुत अच्छी नहीं है।

जो बाइडेन के जीतने के संबंध में भी प्रश्न कुंडली बनाई गई और यह प्रश्न कुंडली मकर लग्न की है। लग्न में शनि बैठा हुआ है। तृतीय भाव में वक्री मंगल है। पंचम भाव में राहु है। अष्टम भाव में शत्रु राशि में शुक्र है। नवम भाव में  मित्र राशि में चंद्रमा तथा सूर्य है। दशम भाव में वक्री बुध है। एकादश भाव में केतु है। द्वादश भाव में गुरु बैठे हुए हैं।

चतुर्थ भाव जो जनता का प्रतिनिधित्व करता है उसमें कोई ग्रह नहीं है, परंतु उस पर  वक्री बुध तथा गुरु की दृष्टि है। इस भाव का स्वामी मंगल है जोकि तृतीय भाव में वक्री है। इस प्रकार गुरु ग्रह को छोड़ कर के अन्य दोनों ग्रह इस भाव के लिए फलदाई नहीं है। ऐसा प्रतीत होता है कि पढ़े-लिखे लोग जो बाइडेन का समर्थन करेंगे।

छठे भाव का स्वामी अर्थात शत्रु भाव का स्वामी भी वक्री बुध है इस पर भी गुरु की दृष्टि है। इन दोनों ग्रहों का का प्रभाव शत्रु भाव पर ठीक नहीं है अर्थात इनके भी शत्रु इन पर हावी रहेंगे। नवम भाव में मित्र राशि में चंद्रमा है तथा सूर्य भी साथ में बैठा हुआ है यह एक अच्छा योग बनाता है और इससे ऐसा प्रतीत होता है कि जो बाइडेन का भाग्य काम करेगा। इस घर का स्वामी भी बुध है जो कि अच्छा नहीं कहा जा सकता।

इसी प्रकार वक्री मंगल की दृष्टि है वह भी अच्छी नहीं है। इसी वक्री मंगल की दृष्टि के कारण मार्च में जब सूर्य में बुद्ध में मंगल की प्रत्यंतर दशा चल रही थी तब जो बाइडेन पर शत्रुओं ने कुचक्र रचा और उनके ऊपर सेक्सुअल एसॉल्ट का प्रकरण बताया गया। जो बाइडेन का भाग्य भी सामान्य ही कहा जाएगा। इस कुंडली में भाग्य भाव सामान्य है तथा जनता का भाव थोड़ा सा अच्छा है।

अंत में हम सुश्री कमला हैरिस की कुंडली का अध्ययन करेंगे। कमला हैरिस की कुंडली मिथुन लग्न की है। तृतीय भाव में शुक्र है। चतुर्थ भाव में चंद्रमा और सूर्य है। पंचम भाव में वक्री बुध है। छठे भाव में केतु है। सातवें में गुरु हैं। आठवें में शनि है। नवम भाव खाली है और दसवें भाव में वक्री मंगल है। बारहवें भाव में राहु विराजमान है। इस प्रकार अगर हम जनता के भाव अर्थात चतुर्थ भाव पर ध्यान दें तो पाते हैं कि चतुर्थ भाव में कन्या राशि है। इसका स्वामी बुध है। यह वक्री है। अतः इसका प्रभाव नेगेटिव है। चंद्रमा और सूर्य इस भाव में बैठे हुए हैं , जो अच्छा फल देंगे। वक्री मंगल इसको देख रहा है जोकि अच्छा फल नहीं देगा। उच्च का राहु भी इसको देख रहा है। जोकि एक विशेष समुदाय के समर्थन के बारे में बताता है।

इस प्रकार सुश्री कमला हैरिस का चतुर्थ भाव अच्छा है। छठे भाव पर ध्यान दें तो इसका स्वामी मंगल वक्री होकर राज्य राज्य भाव में है। अतः इनको राज्य से समर्थन नहीं मिलेगा। केतु इसी भाव में बैठा हुआ है, जोकि बहुत सारे कंफ्यूजन क्रिएट करेगा। यह माना जा सकता है कि शत्रुओं का दबाव सुश्री कमला हैरिस पर रहेगा। भाग्य भाव में कोई ग्रह नहीं है और इसका स्वामी शनि है जो कि मजबूत है। शुक्र इसको देख रहा है। यह नेगेटिव है। इस प्रकार भाग्य से कोई विशेष मदद नहीं मिल रही है। सुश्री कमला हैरिस का जनता का भाव मजबूत है।

कुल मिलाकर डोनाल्ड ट्रंप और माइक पेंस के तथा जो बाइडेन और सुश्री कमला हैरिस के सितारे बराबर हैं। दोनों से जीतने के चांस बराबर थोड़ा सा पड़ला जो बाइडेन तथा कमला जी का भारी है। अगर हम विशोन्तरी दशा की तरफ ध्यान दें तो पाएंगे कि विशोंतरी दशा सुश्री कमला हैरिस के पक्ष में ज्यादा है। यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि इस चुनाव में जो बाइडेन के डेमोक्रेटिक पार्टी जीतेगी।

जय माँ शारदा
ज्योतिषाचार्य पं अनिल पाण्डेय
स्टेट बैंक कॉलोनी, मकरोनिया,
सागर, मध्य प्रदेश

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