डॉ निशा अग्रवाल
जयपुर, राजस्थान
शिक्षा और आचार विचार
बेटी के होते अधिकार
बेटी ही करे शिक्षा का प्रसार
जगमग करती ये संसार
दो दो घर की रखती लाज
हर दम करती सबका इलाज
बेटी में ज्योति है अपार
लीला इसकी अपरंपार
सृष्टि का करती उद्धार
नेता बन ये करे प्रचार
जनता संग ये करे विचार
मिल जाए जब देश पे राज
सिद्ध करे हम सबके काज
पंख दिए भगवन ने चार
उड़े गगन, चले चांद के पार
गर्व पिता का, माता का दुलार
पढ़ लिख कर रखे नम्र व्यवहार
खोजे तर्क या सिद्धांत पचास
वैज्ञानिक बन कर हो विख्यात
सृजन करे ये घर परिवार
पाए कुशल ग्रहणी का खिताब
मां, बहन, पत्नी का आधार
बेटी ही जग की शिल्पकार
नव जीवन का ये आधार
पुष्प खिलाती ये नाना प्रकार
बेटी बचाओ तो बढ़े समाज
बेटी पढ़ाओ हो देश विकास