अंजना वर्मा
ई-102, रोहन इच्छा अपार्टमेंट,
भोगनहल्ली विद्या मंदिर स्कूल के पास,
बेंगलुरु- 560 103
स्वागत! नया साल!
स्वागत तुम्हारा!
नमस्कार! नमस्कार!
कहो क्या हाल है?
तुम तो हो चिरयुवा
दुनिया बेहाल है
कुहरे की चादर है
गिरा हुआ पारा
स्वागत! नया साल
स्वागत, तुम्हारा!
सबके ही मुखड़े पर
दिखता असीम हर्ष
आशा की सौगातें
लाए नवीन वर्ष
सपने सँवारेंगे
सब फिर दोबारा
स्वागत! नया साल!
स्वागत, तुम्हारा!
सरसों के फूलों की
हँसी आसमान तक
धूप सो जाती है
कुहरे को तानकर
आग तो भगाती है
सबका पर जाड़ा
स्वागत! नया साल!
स्वागत, तुम्हारा!
आए वसंत की
तुम अगवानी में
आँखों को खोलेंगे
जलजात पानी में
जीवन को मिली गति
बजता नगाड़ा
स्वागत! नया साल!
स्वागत, तुम्हारा!
पन्ने दुख-दर्द के
अब हैं पलट गए
बिसर कर गायेंगे
गीत अब हम नए
समय ने ही दुख से है
सबको उबारा
स्वागत! नया साल!
स्वागत, तुम्हारा!