ऐ बादल! ऐ पंक्षी!
गाना हम फिर गाएंगे
कैसे अपना सुन्दर देश-
छोड़ के जायेंगे
ऐ बादल…
ये सागर, ये नदियाँ,
ये पर्वत, ये घाटी,
ये फूलों का उपवन,
खूश्बू वाली माटी,
यहाँ दिलों का अपनापन-
हम भूल न पायेंगे
ऐ बादल…
माँ के आँचल की लोरी,
पिता के गोद का झूला,
भाई-बहन के साथ खेलना,
सब प्यार हमें कहाँ भूला,
साथी सागर से भी गहरे-
कहाँ से लायेगे
ऐ बादल…
अर्चना कृष्ण श्रीवास्तव