सुजाता प्रसाद
शिक्षिका, सनराइज एकेडमी
नई दिल्ली, भारत
श्रीराम जीवन के सुर संधान
जन मानस के प्रतिष्ठा-प्राण,
सभ्यता संस्कृति के आधार
मर्यादा श्री पुरुषोत्तम राम
जन जन हो जिनसे चेतन
अलौकिक चेतना हैं श्रीराम
राम नाम है अमृत पियूष
जीवन दर्शन हैं श्रीराम
रोम रोम में बसे हैं राम
कण कण इनका ॠणि है,
नरोत्तम नारायण हैं श्री राम
श्रीराम गौरव के हैं प्रतिमान
लोकहित के रक्षक भगवान
मानस के राम भारत के सम्मान
श्रद्धा सुमन है अर्पित चरणों में
कोटि-कोटि प्रणाम जय श्रीराम