नई दिल्ली (हि.स.)। अक्षय ऊर्जा से जुड़ी तैयारियों और प्रति व्यक्ति कार्बन उत्सर्जन के मामले में भारत शीर्ष 63 देशों की रैंकिंग में 10वें स्थान पर रहा है। हालांकि है पिछले वर्ष के मुकाबले उसकी रैंकिंग में दो स्थानों की गिरावट हुई है। इस रैंकिंग में शीर्ष तीन स्थान रिक्त हैं।
जर्मन वॉच नामक थिंक टैंक की ओर से प्रकाशित जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक ‘द क्लाइमेट चेंज परफॉर्मेंस इंडिक्ट’ (सीसीपीआई)-2025 ने इन देशों के प्रदर्शन को रिकॉर्ड किया है। भारत प्रगति आधारित इस रैंकिंग में दसवें स्थान पर है। इस रिपोर्ट में शीर्ष तीन स्थान रिक्त हैं। रिपोर्ट का कहना है कि कोई भी देश हर इंडेक्स में बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाया है।
रिपोर्ट का कहना है कि भारत जलवायु कर्रवाई के मामले में शीर्ष प्रदर्शनकर्ता रहा है। साथ ही भारत की जलवायु नीति में आने वाले समय में खास बदलाव नहीं होने वाला है। भारत लगातार अक्षय ऊर्जा के दिशा में प्रयास जारी रखेगा।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में अप्रैल से जून तक आम चुनाव हुए, जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तीसरे कार्यकाल के लिए फिर से चुने गए। इसका मतलब है कि भारत की जलवायु नीति में बड़े बदलाव की संभावना नहीं है। भारत का जलवायु संरक्षण की वर्तमान नीति के साथ अपने विकास-उन्मुख दृष्टिकोण को जारी रखेगा।