भोपाल (हि.स.)। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर धार की ऐतिहासिक भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग का सर्वे गुरुवार को 77वें दिन भी जारी रहा। एएसआई के 12 अधिकारियों की टीम 36 श्रमिकों के साथ सुबह आठ बजे भोजशाला परिसर में पहुंची और शाम पांच बजे बाहर आई। यहां टीम ने आधुनिक उपकरणों के जरिए वैज्ञानिक पद्धति से करीब नौ घंटे काम किया। सर्वे टीम के साथ हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा, आशीष गोयल और मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद खान भी मौजूद रहे।
ज्ञानवापी की तर्ज पर चल रहे सर्वे के 77वें दिन एएसआई की टीम ने भोजशाला परिसर में मिट्टी हटाने का काम किया, इस दौरान 11 पाषाण अवशेष मिले हैं। ये सभी ही स्तंभ के टुकड़े हैं। इन अवशेषों को विभाग ने संरक्षित कर लिया है। इसके अलावा टीम ने भोजशाला में उत्तर, दक्षिण और पश्चिमी भाग में सर्वे किया।
सर्वे टीम के साथ मौजूद रहे हिन्दू पक्षकार गोपाल शर्मा ने बताया कि भोजशाला के उत्तर-पश्चिम दिशा से आज 11 छोटे-बड़े अवशेष मिले हैं। इनमें छह बड़े और पांच छोटे अवशेषों पर सनातन धर्म की आकृतियां व कलाकृतियां बनी हैं। ये सभी अवशेष स्तंभ और खम्भों के हैं, जिन्हें एएसआई की टीम ने संरक्षण में लिया है, साथ ही गर्भगृह में फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी भी हुई है, आज दिनभर उत्तर व पश्चिम दिशा से मिट्टी भी हटाई गई है।
वहीं, मुस्लिम पक्षकार अब्दुल समद ने कहा कि उत्तर क्षेत्र में लेबलिंग के नाम पर खुदाई अब भी जारी है। आज उत्तर-पश्चिम क्षेत्र के कोने से मिट्टी हटाई गई है। मॉन्युमेंट के अंदर व दक्षिण क्षेत्र में क्लीनिंग-ब्रशिंग का भी आज काम जारी रहा, पहले जो दीवार निकली थी उनकी आज ड्राइंग भी बनाई गई है।