मध्य प्रदेश की बिजली कंपनियों में जोखिम का कार्य करने वाले तथा मैदानी क्षेत्रों में पदस्थ लाइनमैन व तकनीकी कर्मचारियों का कैशलेस स्वास्थ्य बीमा कराए जाने के लिए तकनीकी कर्मचारी संघ लगातार प्रयास कर रहा है। इसी के अंतर्गत संघ द्वारा ऊर्जा मंत्री, प्रमुख सचिव ऊर्जा एवं सभी कंपनियों के प्रबंधन के साथ लगातार पत्र व्यवहार कर रहा है।
इसी तारतम्य में मध्य प्रदेश विद्युत मंडल तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रांतीय महासचिव हरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया है कि 31 दिसंबर 2021 को पूर्व क्षेत्र कंपनी के मुख्य महाप्रबंधक (एचआरए) श्रीमती कविता बाटला के साथ संघ प्रतिनिधियों द्वारा मैदानी कर्मचारियों का कैशलेस बीमा कराए जाने को लेकर चर्चा की गई।
इसके अलावा 2 जनवरी 2022 को पश्चिम क्षेत्र इंदौर के मुख्य महाप्रबंधक संजय मालवीय से तथा 4 जनवरी 2022 को पावर जनरेटिंग कंपनी के मुख्य महाप्रबंधक एसके तिवारी से तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रतिनिधियों ने चर्चा की। जिसमें मांग की गई है कि कंपनी में कार्यरत नियमित एवं संविदा तकनीकी कर्मचारियों का 10 लाख रुपये का कैशलेस स्वास्थ्य बीमा तथा कम से कम 20 लाख रुपये का जोखिम बीमा कराया जाए।
संघ के द्वारा प्रस्ताव दिया गया है कि नियमित एवं संविदा तकनीकी कर्मचारियों का ऐसा बीमा कराया जाए, जिसमें कार्य के दौरान कर्मी की मृत्यु होने पर उसके परिजनों को 20 लाख रुपये की राहत प्राप्त हो सके एवं दुर्घटना होने पर इलाज के लिए दी जाने वाली राशि को बंधनमुक्त रखा जाए। इसके साथ ही दुर्घटना होने पर शरीर के अंग कटने पर नियमानुसार बीमा की राशि दी जाएं कर्मी, पत्नी एवं दो बच्चों के इलाज के लिए 10 लाख तक का कैशलेस बीमा उपलब्ध कराकर, इलाज कराया जाए और सेवानिवृत्त होने तक बीमा की सुविधा दी जाए।
संघ की ओर से हरेंद्र श्रीवास्तव, रामसमुझ यादव, शंभूनाथ सिंह, रामकेवल यादव, अरुण मालवीय चर्चा में उपस्थित थे। सभी कंपनियों के मुख्य महाप्रबंधक के द्वारा आश्वासन दिया गया है कि कर्मचारियों के हित में बीमा किया जाएगा।