मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि पिछले कुछ समय से प्रदेश में व्यथित करने वाली घटनाएँ हुई हैं, ये सभी घटनाएँ बेटियों से संबंधित हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि बेटियों और महिलाओं से अन्याय पर मैं सख्त रहा हूँ।
मुख्यमंत्री चौहान प्रदेश की कानून-व्यवस्था की समीक्षा के दौरान कहा कि ज्यादती करने, अमानवीय व्यवहार करने वालों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। यदि ऐसे कृत्य परिवार के सदस्य करते हैं तो भी उन्हें बख्शा नहीं जाए। इस अवसर पर प्रदेश के गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा भी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि महिलाओं और बेटियों के साथ हो रही घटनाओं में रिकार्ड समय में कार्रवाई की जाए। फास्ट ट्रेक कोर्ट में प्रकरण चलें और दोषियों को दण्ड में देरी न हो। ज्यादती करने वाली मानसिकता के लोगों में दहशत के लिए त्वरित निर्णय और कठोरतम दण्ड के उदाहरण स्थापित किए जायें।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि सोशल मीडिया के संबंध में सतर्कता और सजगता आवश्यक है। सोशल मीडिया पर चल रही जिलों से संबंधित नकारात्मक गतिविधियों के संबंध में कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक नजर रखें। ऐसी अवांछित, भ्रामक और गैरकानूनी गतिविधियों पर तत्काल कार्रवाई हो और तथ्यों से जन-सामान्य को समय रहते अवगत कराया जाए।
उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से अनैतिक गतिविधियाँ संचालित करने वालों पर भी कार्रवाई की जाये। सायबर क्राइम रोकने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाये। वायरल वीडियो के संबंध में तुरंत प्रतिक्रिया आवश्यक है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि सोशल मीडिया पर यदि गलत तथ्यों के आधार पर दुष्प्रचार किया जाता है तो वरिष्ठ अधिकारी अपने अधिकारिक एकाउंट से उसका खण्डन करें और सही तथ्य जनता को बतायें।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अवैध खनन बर्दाश्त नहीं होगा। खनन गतिविधियों पर प्रतिबंध है तो उत्खनन कैसे संभव है। खनिज-वन-राजस्व और पुलिस विभाग अवैध खनन पर नियंत्रण के लिए परस्पर समन्वय से कार्य करें।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कानून-व्यवस्था के संबंध में अधिकारियों की जवाबदारी तय की जाये। अकर्मण्य, क्षमताविहीन और काम नहीं कर सकने वाले अधिकारी-कर्मचारी अपना रवैया सुधारें।