बिजली कर्मचारियों के शुभचिंतक कार्यपालन अभियंता की कार्यशैली का सभी अधिकारियों को अनुसरण करना चाहिए, ताकि कर्मचारियों को परेशान न होना पड़े। कार्यपालन अभियंता की कार्यशैली की प्रशंसा करते हुए मध्य प्रदेश विद्युत मंडल तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रांतीय महासचिव हरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि विगत दिवस मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड के अंतर्गत जबलपुर एसटीएम एवं एसटीसी के कार्यपालन अभियंता अखिलेश कुमार गुप्ता से तकनीकी कर्मचारियों की लंबित समस्याओं के निराकरण करने हेतु चर्चा की गई।
चर्चा के दौरान कार्यपालन अभियंता अखिलेश कुमार ने बताया कि एचटीसी संभाग को समाप्त कर एसटीएम में मर्ज कर दिया गया है, एसटीसी का कार्य एवं कर्मचारियों सहित अन्य कार्यों को भी देखता हूं। मेरे पास जबलपुर सिटी सर्किल के अंतर्गत पांचों संभाग के 57 सब-स्टेशन आते हैं। उन सब स्टेशनों में किसी प्रकार से फाल्ट आदि आता है तो उसमें सुधार किया जाता है। उसके लिए हमारे पास 18 नियमित एवं संविदा कर्मचारी तैनात रहते हैं।
कार्यपालन अभियंता से पूछने पर जानकारी दी कि हमारे संभाग में कार्यरत सभी कर्मचारियों को एक्स्ट्रावेजेस दिया जा चुका है। कोई भी पेंडिंग नहीं है सभी संविदा एवं नियमित कर्मचारियों की चिकित्सा पुस्तिका बनवा दी गई है। सभी के पास सुरक्षा उपकरण दिए गए हैं।
हरेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि संघ कंपनी के उच्च अधिकारियों का इस ओर ध्यानाकर्षण कराना चाहता है कि लगभग दो माह में संघ के द्वारा ग्रामीण एवं शहर के कार्यपालन अभियंताओं सहित मैदानी अधिकारियों के साथ 14 बैठकें की, जिसमें सिर्फ एक कार्यपालन अभियंता मिले जिनसे संघ को कोई शिकायत नहीं है।
संघ को ऐसा लगता है कि वह कर्मचारी की समस्याओं का निराकरण करने में यही कार्यपालन अभियंता सबसे ज्यादा जागरुक हैं, संघ अन्य कार्यपालन अभियंताओं से भी यही उम्मीद करता है। चर्चा के दौरान हरेंद्र श्रीवास्तव, मोहन दुबे, राजकुमार सैनी, अजय कश्यप, अमित मेहरा, मोतीलाल बुनकर आदि उपस्थित थे।