मध्य प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि प्रदेश में IFMIS (एकिकृत वित्तीय प्रबंधन प्रणाली) लागू हुए लगभग 3 वर्ष पूरा होने जा रहा है, किन्तु सभी विभागों के विमाग अथवा कार्यालय प्रमुखों द्वारा IFMIS में अपने कर्मचारियों की व्यक्तिगत जानकारी, परिवारिक जानकारी एवं नामीनेशन आदि की जानकारी आज तक पूर्ण नहीं कराई गई है।
कोरोना महामारी के इस दौर में कर्मचारियों की आसमायिक मृत्यु हो रही है, कर्मचारियों एवं उनके परिवार की जानकारी IFMIS में पूर्ण होने के कारण अनुग्रह राशि, बीमा राशि पेंशन आदि के मुगतान हेतु परिवार को दर-दर भटकना पडता है।
संघ के योगेन्द्र दुबे, अटल उपाध्याय, आलोक अग्निहोत्री, मुकेश सिंह, दुर्गेश पाण्डे, मंसूर बेग, आर.के. परोहा, गोविन्द विल्थरे, विपिन शर्मा, चंदु जाउलकर, नन्दु चंसोरिया, विनोद पोद्दार, संतकुमार छीपा, देवेन्द्र प्रताप सिंह, राकेश सेंगर, नितिन अग्रवाल, गगन चौबे, राकेश उपाध्याय, मनीष चौबे, तरूण पंचौली, श्यामनारायण तिवारी, प्रणव साहू, मो. तारिक धीरेन्द्र सोनी, संतोष तिवारी प्रियांशु शुक्ला, राकेश दुबे, गणेश उपाध्याय, मनीष लोहिया आदि ने कलेक्टर जबलपुर से मांग की है कि IFMIS में जिले के सभी विभागों के कर्मचारियों की जानकारी एक निश्चित समय-सीमा पूर्ण कराई जाये। ताकि कर्मचारियों की आसमायिक मृत्यु होने पर परिवार को भटकना न पड़े।