मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने मध्यप्रदेश की 16वीं विधानसभा के द्वितीय सत्र में सदन को संबोधित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश विधानसभा की समृद्ध परंपरा और सशक्त कार्यप्रणाली ने संसदीय लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत बनाया है। यदि भारत लोकतंत्र की माता है तो यह सदन लोकतंत्र का मंदिर है।
राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र के नेतृत्व और निर्णय कौशल की बदौलत केन-बेतवा परियोजना की भांति पार्वती-कालीसिंध चंबल लिंक परियोजना की स्वीकृति प्रदेश के विकास में मील का पत्थर साबित होगी। लगभग ₹35 हजार करोड़ की लागत की इस परियोजना से प्रदेश के 10 जिलों को पेयजल के साथ सिंचाई की सुविधा उपलब्ध होगी।
राज्यपाल ने कहा कि भारत सरकार के सहयोग से प्रदेश को ₹10 हजार करोड़ से अधिक लागत की 724 किमी लंबी 24 सड़क परियोजनाओं की भी सौगात मिली है। मेरी सरकार के प्रयासों से नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में विगत 11 वर्षों में लगभग 11 गुना से अधिक की वृद्धि हुई है।
राज्यपाल ने कहा कि मेरी सरकार कमजोर वर्ग के कल्याण के लिए सदैव संवेदनशील रही है। प्रदेश के 2600 से अधिक छात्रावासों एवं आश्रमों में अध्ययनरत जनजातीय वर्ग के छात्र-छात्राओं को इस वर्ष नि:शुल्क सुविधाओं तथा शिष्यवृत्ती के रूप में ₹325 करोड़ से अधिक और छात्रवृत्ति के रूप में ₹102 करोड़ से अधिक की राशि का भुगतान किया गया है।
राज्यपाल ने कहा कि मेरी सरकार द्वारा उज्जैन में देश की पहली हेल्दी एवं हाईजीनिक फूड स्ट्रीट ‘प्रसादम’ का शुभारंभ किया गया है। देश को सिकल सेल रोग मुक्त बनाने के लिए गठित मिशन की लॉंचिंग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेश के शहडोल जिले से की है। वर्ष 2047 के बाद कोई भी बच्चा सिकल सेल रोग के साथ जन्म नहीं ले, मेरी सरकार इस संकल्प को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।