अशोकनगर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के अशोकनगर जिला मुख्यालय पर 22 साल की युवती के साथ दुष्कर्म और फिर उसे घर से हथियारों के दम पर जबरन उठाने के मामले में जिला प्रशासन ने शुक्रवार बड़ी कार्रवाई करते हुए आरोपित का घर पर बुलडोजर चलाकर ढहा दिया है। वहीं, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी इस घटना पर नाराजगी जताई है। उन्होंने अशोकनगर के पुलिस अधीक्षक को छुट्टी पर भेज दिया है, साथ ही थाना प्रभारी को सस्पेंड करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद थाना प्रभारी को सस्पेंड कर दिया गया है।
दरअसल, अशोकनगर में 22 वर्षीय युवती से दुष्कर्म कर एक युवक ने वीडियो बनाकर उसे बदनाम किया। फिर युवती का रिश्ता कहीं और तय होने पर साथियों के साथ तलवारें लहराते हुए आरोपित ने बीते बुधवार की शाम 6 बजे युवती को घर से उठा लिया। विरोध करने पर लड़की के पिता का एक पैर और भाई का एक हाथ तोड़ दिया। मां को भी बुरी तरह पीटा। लड़की और परिजन के चीखने पर मोहल्ले की भीड़ इकट्ठा हो गई। शुरू में आरोपितों ने मोहल्लेवालों को भी धमकाया। बाद में बढ़ती भीड़ देखकर आरोपित लड़की को छोड़ भाग गए। लड़की के परिजन और उससे सगाई करने वाले परिवार को भी धमकी दी। इस दौरान आरोपित तलवारें और लोहे की रॉड लहराते रहे।
मुख्य आरोपित कालू उर्फ सलीम पुत्र आबिद खान है। पुलिस के केस दर्ज करने में आनाकानी की। बुधवार देर रात को हिंदू संगठन के कुछ कार्यकर्ता थाने पहुंच गए। इस पर पुलिस ने दुष्कर्म पीड़िता के अलावा उसके पिता की शिकायत पर एक दूसरा प्रकरण भी दर्ज किया, जिसमें मुख्य आरोपित कालू के अलावा जोधा, समीर और शाहरुख को आरोपी बनाया गया है। मामले में शुक्रवार को जिला प्रशासन ने आरोपित के घर पर बुलडोजर चलाकर जमींदोज कर दिया गया। एसडीएम अनिल बनवारिया, तहसीलदार शालिनी भार्गव, एसडीओपी विवेक शर्मा समेत दो थानों की पुलिस मौके पर मौजूद रही। आरोपी का 20 बाई 30 का मकान एक मंजिल तक पक्का बना था जबकि दूसरी मंजिल पर टीन सेट था।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शुक्रवार को अचानक पुलिस मुख्यालय पहुंचकर अफसरों की बैठक ली और कानून व्यवस्था के पालन में हो रही ढिलाई के रवैये को दुरुस्त करने के लिए कहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कानून का पालन कराने के लिए पुलिस को खुली छूट है। उन्होंने कहा कि अपराधियों, आरोपियों को छोड़ो मत, प्रदेश को भय मुक्त माहौल दो। उन्होंने युवती और उसके परिजनों के साथ हुई मारपीट के मामले गहरी नाराजगी जताई और घटना में लापरवाही पर अशोक नगर एसपी पर अनुशासनात्मक कार्यवाही और थाना प्रभारी को सस्पेंड करने के निर्देश दिए।