मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि जबलपुर जिले में कोविड टीकाकरण महाअभियान बिना बैनर, पोस्टर व सुरक्षा संसाधन के कराया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रो मे तो बैठने तक कि उचित व्यवस्था नही है, जिससे कोरोनावायरस संक्रमण का भय कोरोना योद्धाओं व उनके परिवार पर बना हुआ है।
कोरोना योद्धाओं को हेपेटाइटिस बी का टीका भी नहीं लगाया जा रहा, जबकि शासन ने कई माह पूर्व समस्त कर्मचारियों के टीकाकरण कराए जाने का आदेश प्रसारित कर दिए है, यह समीक्षा का विषय है। ग्रामीण टीकाकरण सत्र स्थल में मास्क, सैनिटाइजर, ग्लोब्ज व मरीजों हेतु पेरासिटामोल की दवाइयां भी नहीं दी जा रही हैं।
एएनएम व एमपीडब्लू को कोविड टीकाकरण हेतु सीएचओ जैसा अतिरिक्त मानदेय भी दिया जावे। साथ ही लाखों लोगों को कोविड टीकाकरण करने पश्चात भी कोरोना योद्धाओ से घर-घर सर्वे कार्य कराया जा रहा है। इसका अतिरिक्त मानदेय भी कोरोना योद्धाओं को दिया जाना चाहिए।
वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में सत्र स्थल पर भोजन की व्यवस्था भी नहीं की जा रही है और न ही अतिरिक्त मानदेय दिया जा रहा है, जिससे कोरोना योद्धाओं के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है और सुरक्षा संसाधनों की कमी के चलते लगातार कोरोनावायरस संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है। भविष्य मे किसी प्रकार कि अनहोनी पर शासन पूर्ण रूप से जिम्मेवार होगा।
संघ के योगेंद्र दुबे, अर्वेन्द्र राजपूत, अवधेश तिवारी, अटल उपाध्याय, मिर्जा मंसूर बेग, आलोक अग्निहोत्री, मुकेश सिंह, दुर्गेश पांडेय, बृजेश मिश्रा, परशुराम तिवारी, मनोज सिंह, वीरेंद्र चंदेल, एसपी बाथरे, तुषरेन्द सिंह, नीरज कौरव, राजेश चतुर्वेदी, रामकृष्ण तिवारी, मनोज सिंह, शेर सिंह, राकेश वर्मा, श्याम नारायण तिवारी, नितिन शर्मा, विजय महार, वीरेंद्र चौधरी, उमेश मुद्गल, वीरेंद्र पटेल, राकेश पटेल, अमित गौतम ने कलेक्टर जबलपुर से कोरोना योद्धाओं को सुरक्षा संसाधन व बैनर-पोस्टर उपलब्ध कराने की मांग की है, जिससे महा अभियान को सफल बनाया जा सकेl