उमरिया (हि.स.)। जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व क्षेत्र के सलखनिया बीट में बीते दिनों 10 हाथियों की मौत हो गई थी जिसमे डेढ़ वर्षीय हाथी शावक की माँ की भी मौत हो गई थी, माँ की मौत के बाद छोटा सा बच्चा अपनी माँ को तलाशता इधर-उधर भटक रहा था। कल दिन में माँ को ढूंढता चंदिया रेंज क्षेत्र में आ गया, लेकिन उसकी माँ नही मिली तो भटकता हुआ छोटी महानदी के किनारे कटनी जिले के ग्राम गुड़ा पहुंच गया।
जिसकी सूचना ग्रामीणों ने वन विभाग को दिया तो वन विभाग की टीम रात भर धान के खेत में रात भर पहरा देती रही। बुधवार सुबह होते ही बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व और रेग्युलर की कटनी एवं उमरिया जिले की टीम जिसमे लगभग 100 लोग शामिल रहे और 4 हाथी लेकर ग्राम गुड़ा पहुंच कर हाथी शावक को रेस्क्यू कर पिकअप वाहन के माध्यम से बांधवगढ़ ले गए।
ग्राम गुड़ा खुर्द निवासी महेन्द्र सिंह ने बताया कि बुधवार सुबह वन विभाग वाले आए और पूछे कि इधर कोई जानवर दिखा है क्या तो हमने कहा कि जानवर नहीं देखा थोड़ी देर बाद उधर हाथी का बच्चा दिखा, तब वह लोग बोले की हो गया वहीं रहने दो अभी और लोग आ रहे हैं फिर जैसे ही और लोग आ गए तो इसको पकड़ने लगे, रात भर यह थोड़ी बहुत धान की फसल खाया है।
वहीं संजय टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक एवं बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के प्रभारी क्षेत्र संचालक अमित दुबे ने बताया कि यह गुडन कला गांव है कटनी डिवीजन में पड़ता है एक हाथी आ गया है जिसकी उम्र हम लोग डेढ़ साल मान रहे हैं, इसकी कल से सूचना आई थी, देर रात होने के कारण कल रेस्क्यू नही हो सका था, इसलिए आज रेस्क्यू किये हैं, इसमें 4 हाथी लगे थे 2 कान्हा के और 2 बांधवगढ़ के, इसके अलावा इसमें बांधवगढ़, संजय, उमरिया और कटनी डिवीजन के स्टाफ लगे थे करीब 100 आदमी लगे थे, अभी और हाथियों के मूवमेंट की खबर तो नहीं है मगर प्रिकाशनरी हम लोगों ने बफर क्षेत्र में अपने आदमी लगा रखे हैं, उनकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं कि अगर इस साइड आते हैं या निकलने की कोशिश करते हैं तो पहले से हम लोगों को जानकारी आ जायेगी, अभी कर्मचारियों को हाथी के मूवमेंट के हिसाब से सघन गश्ती के निर्देश दिए गए हैं, टीमें बनाई गई हैं, हम लोग हर दिन उनको ट्रैक कर रहे हैं कि कितनी संख्या में हैं और कहां घूम रहे हैं।