केन्द्रीय जल आयोग ने बालाघाट एवं सिवनी जिले से जुड़ी महत्वाकांक्षी संजय सरोवर सिंचाई परियोजना के प्रस्तावों के प्रथम चरण की स्वीकृति दी है। जल आयोग ने परियोजना की साध्यता का अनुमोदन किया है। प्रथम चरण की स्वीकृति से बालाघाट और सिवनी जिले के करीब 300 गाँव को लाभ होगा। इनमें बालाघाट जिले के 117 गाँव हैं। साथ ही दोनों जिलों की 11 हजार हेक्टेयर अतिरिक्त भूमि में सिंचाई हो सकेगी।
संजय सरोवर सिंचाई योजना में 357 करोड़ रूपये की मंजूरी दी गई है। इससे नहरों के सीमेंटीकरण, सुदृढ़ीकरण और आधुनिकीकरण से संबंधित कार्य किये जायेंगे। परसवाड़ा विधानसभा क्षेत्र की बाईं तट नहर प्रणाली संजय सरोवर परियोजना का एक भाग है। इस नहर प्रणाली का निर्माण वर्ष 1998 से वर्ष 2005 तक किया गया था। वर्तमान में इस नहर प्रणाली की मुख्य नहर, वितरण नहरें एवं उप वितरण नहरें अब तक क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। इनका मरम्मत कार्य किया जायेगा।
मध्य प्रदेश के आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रामकिशोर ‘नानो’ कावरे के प्रयासों से यह अनुमोदन प्राप्त हुआ है। आयुष राज्य मंत्री रामकिशोर कावरे ने पिछले दिनों केन्द्रीय जल शक्ति राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल से नई दिल्ली में भेंट कर परियोजना में मंजूरी देने का आग्रह किया था।