मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिये लोकमाता देवी अहिल्याबाई के नाम से स्किल प्रोग्राम चलाया जायेगा। साथ ही इंदौर के फर्स्ट बटालियन का नामकरण देवी अहिल्याबाई के नाम से होगा। उन्होंने कहा कि देवी अहिल्याबाई ने एक हाथ में शस्त्र और दूसरे हाथ में शास्त्र लेकर नारी सशक्तिकरण, सुशासन, धर्म के प्रसार एवं सेवा के प्रकल्पों का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया है। उन्हीं की प्रेरणा से आज पूरे प्रदेश में शस्त्र पूजन के कार्यक्रम पूरे प्रदेश में व्यापक जन-सहभागिता के साथ आयोजित किये गये।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने लोकमाता देवी अहिल्याबाई के 300वें जन्म जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में इंदौर में कहा कि प्रदेश में यह पहली बार हो रहा है जब विजयादशमी के अवसर पर पुलिस द्वारा आयोजित किए जाने वाले शस्त्र-पूजन कार्यक्रम को नई सोच, नये संकल्प के साथ पूरे प्रदेश के हर जिले में भव्य एवं व्यापक स्तर पर बड़ी जन-सहभागिता से उमंग और उल्लास से मनाया गया। यह कार्यक्रम इस वर्ष लोकमाता देवी अहिल्याबाई के 300वें जन्म जयंती वर्ष को समर्पित किया गया है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा निर्णय लिया गया है कि प्रदेश में हर पर्व और त्यौहार अपार उत्साह और उल्लास के साथ व्यापक स्तर पर मनाएं जायेंगे। उन्होंने कहा कि पर्व और त्यौहारों के आयोजन के संबंध में आमजनों को इनका महत्व बताते हुए जागरूक करने की जरूरत है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रदेश के नागरिकों को दशहरे की मंगलकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि हम भाग्यशाली है कि हमने लम्बे संघर्षों के बाद अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण और उसे पूरा होते हुए देखा है। इस वर्ष यह मंदिर बनने से हमारा आनंद कई गुना बढ़ गया है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि देव स्थलों की सुरक्षा और उसके पुनर्निर्माण में अनेक विभूतियों ने अपना योगदान दिया है। इन्हीं में से एक देवी अहिल्याबाई भी है, जिन्होंने देश के लगभग हर क्षेत्र में देव स्थलों का निर्माण कराया है। देवी अहिल्याबाई ने सुशासन, सुराज, सेवा और नारी सशक्तिकरण का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया है। उन्होंने हमारे सामने शस्त्र और शास्त्र का महत्व भी रखा है। देवी अहिल्याबाई का हम इस वर्ष 300वां जन्म जयंती वर्ष मना रहे हैं। यह हमारे लिये गौरव की बात है। उन्हीं से प्रेरणा लेकर हम प्रदेश का तेज गति से विकास कर रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने औद्योगिक विकास और निवेश बढ़ाने के लिये प्रदेश में किये जा रहे प्रयासों की जानकारी भी दी।