मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि भारतीय संस्कृति में सावन माह का विशेष महत्व है। सावन माह में प्रत्येक लाड़ली बहन के खाते में आने वाली एक तारीख को 250 रुपए अंतरित किए जाएंगे, यह राशि प्रतिमाह जारी होने वाली 1250 रुपए की राशि के अतिरिक्त होगी।
लाड़ली बहनों को प्रतिमाह जारी होने वाले 1250 रुपए पूर्वानुसार उनके खाते में जारी किए जाएंगे। उन्होंने मंत्रीगण से रक्षाबंधन के पर्व पर अपने-अपने क्षेत्र की लाड़ली बहनों से राखी बंधवाने का आहवान भी किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंत्रि-परिषद की बैठक से पहले अपने संबोधन में यह बात कही।
गुरु पूर्णिमा पर प्रदेशवासियों को गुरु परंपरा से जुड़ने का अवसर प्राप्त हुआ
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भारतीय परंपरा से जुड़े त्योहारों को मनाने का आनंद ही अलग है। इस क्रम में गुरु पूर्णिमा पर स्कूल शिक्षा तथा उच्च शिक्षा विभाग द्वारा सभी शैक्षणिक संस्थानों में गुरुओं के सम्मान के लिए आयोजित कार्यक्रम से प्रदेशवासियों को गुरु परंपरा से जुड़ने का अवसर प्राप्त हुआ है। भारतीय त्यौहार परंपरा सामाजिक उद्देश्यों से जुड़ी है। संक्रांति का पर्व नारी सशक्तिकरण और गुड़ी पड़वा को विक्रमोत्सव के रूप में मनाया गया है। इसी क्रम में सावन मास को बहनों के त्यौहार के रूप में मनाया जाएगा। यह गतिविधियां भारतीय संस्कृति के अनुसार त्यौहार मनाने की परंपरा को बनाए रखने में सहायक होंगी।
श्रावण मास में मंदिरों में बढ़ रहा है श्रद्धालुओं का आवागमन
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि श्रावण मास में मंदिरों में श्रद्धालुओं का आवागमन बढ़ रहा है। सभी मंत्री अपने-अपने क्षेत्र में भक्तों के आवागमन, कानून-व्यवस्था तथा अन्य व्यवस्थाओं पर विशेष ध्यान दें। साथ ही वर्षा काल चलने के कारण नदी व बांधों में बढ़ रहे जल स्तर के संबंध में भी जिला प्रशासन के सतत संपर्क में रहते हुए जागरूक रहे।
महाकौशल में औद्योगिक गतिविधियों और निवेश का परिणाममूलक वातावरण हुआ निर्मित
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जबलपुर में हुई रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव की सफलता के लिए मंत्रि-परिषद के सभी सदस्यों को बधाई दी। लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने कहा कि जबलपुर कॉन्क्लेव के सुखद परिणाम सामने आए हैं। निवेशक के साथ हुई सकारात्मक चर्चा से महाकौशल क्षेत्र तथा प्रदेश में औद्योगिक गतिविधियों और निवेश का परिणाममूलक वातावरण निर्मित करने में सफलता मिली है।
दलहन उत्पादन में मध्यप्रदेश देश में प्रथम स्थान पर
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत आर्थिक सर्वेक्षण में उल्लेखित मध्यप्रदेश से संबंधित बिंदुओं की चर्चा करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश वर्ष 2023- 24 में सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति में तेजी से आगे बढ़ते राज्यों में शामिल है। मध्यप्रदेश ने 15 अंकों की बढ़ोतरी दर्ज की है। केंद्रीय मंत्री ने अपने वक्तव्य में मध्यप्रदेश से जुड़े दो नदी जोड़ो अभियानों केन-बेतवा लिंक परियोजना और काली सिंध-चंबल-पार्वती लिंक परियोजना का भी उल्लेख किया है। दलहन उत्पादन में मध्यप्रदेश भारत में प्रथम स्थान पर है और तिलहन उत्पादन में देश में नंबर दो पर है।
प्रदेश में प्रौद्योगिकी के आधार पर उपज अनुमान का हुआ सफलतापूर्वक परीक्षण
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश देश में दलहन का एक चौथाई हिस्सा उत्पादन कर रहा है और देश के तिलहन उत्पादन में मध्यप्रदेश का पांचवा हिस्सा है। सोयाबीन उत्पादन में मध्यप्रदेश पुनः प्रथम स्थान पर है। चना व गेहूं के उत्पादन में भी मध्यप्रदेश प्रथम है। कुल खाद्यान्न उत्पादन में मध्यप्रदेश, देश में द्वितीय स्थान पर है। मक्का, मोटे अनाज, मूंगफली और मटर के उत्पादन में मध्यप्रदेश देश में तीसरे स्थान पर है। इस उपलब्धि के लिए सभी किसान भाई बधाई के पात्र हैं। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत प्रौद्योगिकी के आधार पर उपज अनुमान का मध्यप्रदेश में सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया। इसके लिए भी प्रदेश को केंद्र शासन द्वारा बधाई दी गई है।
धार जिले में 4 हजार 445 करोड़ रूपये का प्रोजेक्ट प्रस्तावित
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि कपड़ा उद्योग को बढ़ावा देने के लिए देश के 7 पीएम मित्र पार्क में से एक धार जिले में 4 हजार 445 करोड़ रुपए का बड़ा प्रोजेक्ट प्रस्तावित है। इससे लगभग 1 लाख स्थानीय जनजातीय युवाओं को लाभ मिलेगा। राज्यों के शिक्षण अधिगम को सुगम बनाने के लिए मध्यप्रदेश ने 6 में से 6 अंक अर्जित किए हैं। एकल राज्य अधिनियम के अंतर्गत पंचायती सहकारी समितियों की संख्या में मध्यप्रदेश देश में चौथे स्थान पर आया है। सीमेंट उत्पादन में मध्यप्रदेश देश में पांचवें स्थान पर है। इंदौर बायो सीएनजी प्लांट का आर्थिक सर्वेक्षण में केस स्टडी के रूप में उल्लेख हुआ है। आर्थिक सर्वे में भावांतर भुगतान किसान हितैषी ढांचे के रूप में चर्चा की गई है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आर्थिक सर्वेक्षण में मध्यप्रदेश के इतने बिंदुओं का उल्लेख होना हम सबके लिए प्रसन्नता और गर्व का विषय है।