मध्य प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि विश्वव्यापी आपदा कोरोना वायरस का संक्रमण अपने चरम पर है, जिससे शासन प्रशासन जूझ रहा है, आपदा के चलते कक्षा 1ली से 8वीं कक्षा तक के सभी विद्यालय 13 माह से बन्द है।
शिक्षा विभाग द्वारा बच्चों की पढाई न रूके इसकी कोई ठोस योजना पर कार्यवाही न करते हुए, शिक्षकों को मानसिक रूप से परेशान करने के उद्देश्य से युक्तियुक्तकरण की नई योजना तैयार की जा रही है। यह बात समझ से परे है कि जब शिक्षक कोरोना काल में भी अपनी सेवायें निरंतर दे रहे हैं, जिसका खामियाजा शिक्षकों की कोरोना से असामयिक मृत्यु भी हो रही है। उनकी खोज खबर लेना तो दूर की बात है, युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया का भय दिखाकर उन्हें मानसिक रूप से प्रताडित किया जा रहा है।
संघ के योगेंद्र दुबे,अर्वेन्द्र राजपूत,अवधेश तिवारी, अटल उपाध्याय, नरेंद्र दुबे, जवाहर केवट, प्रहलाद उपाध्याय, मुन्ना लाल पटेल, नरेंद्र सेन, मनोज राय, शहजाद सिंह द्विवेदी, आलोक अग्निहोत्री, मुकेश सिंह, दुर्गेश पांडे, रजनीश पांडे, अजय दुबे, विनोद साहू, बलराम नामदेव, अजय सिंह राजपूत, गोपाल पाठक, हरिशंकर गौतम, गणेश चतुर्वेदी, के.के. तिवारी, कैलाश शर्मा, लक्ष्मण परिहार, हर्ष मनोज दुबे, मोहम्मद तारिक, श्याम नारायण तिवारी, धीरेन्द्र सोनी, नितिन शर्मा, प्रियांशु शुक्ला, संतोष तिवारी, महेश कोरी, राकेश दुबे, गणेश उपाध्याय, प्रणव साहू आदि ने आयुक्त लोक शिक्षण मध्यप्रदेश भोपाल को ई-मेल के माध्यम से पत्र भेजकर मांग की है कि कोरोना से स्थिति समान्य होने तक शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण की योजना पर विराम लगाया जावे।