मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति में बताया की प्रदेश के शिक्षा, स्वास्थ, राज्य शिक्षा केन्द्र सहकारिता पीडब्ल्यूडी, पीएचई, जल संसाधन, जिला पंचायत सहित कई विभागों से संविदा कल्चर खत्म कर नियमित नियुक्तियां होने लगी हैं।
किन्तु लगभग 17 वर्षों से इन विभागों में कार्यरत संविदा कर्मचारी कम्प्यूटर ऑपरेटर प्रोग्रामर, लेखापाल लिपिक, संविदा अधिकारियों को नियमि वर्षोंतीकरण के नाम पर समिति गठित कर आश्वासन का झुनझुना पकड़ा दिया गया है, जिससे संविदा कर्मी अपने आपको ठगा सा महसूस कर रहैं। लगभग 17 वर्षो से शासकीय कार्यालयों में सेवायें देते हुए महत्वूर्ण जिम्मेदारियों का निर्वाहन कर हैं, किन्तु उनका वेतन लघु वेतन पाने वाले कर्मचारियों से भी कम है।
संघ के योगेन्द्र दुबे, अर्वेन्द्र राजपूत, अवधेश तिवारी, अटल उपाध्याय, संजय यादव, मुकेश सिंह, मंसूर बेग, विनोद पोद्दार, आशुतोष तिवारी, आलोक अग्निहोत्री, दुर्गेश पाण्डे, नितिन अग्रवाल, गगन चौबे, मनोज सेन, मो. तारिख, धीरेन्द्र सोनी, नितिन शर्मा, श्यामनारायण तिवारी, मनीष लोहिया, मनीष शुक्ला, प्रियांशु शुक्ला, संतोष तिवारी आदि ने मुख्यमंत्री से ईमेल के माध्यम से पत्र प्रेषित कर मांग की है कि संविदा कल्चर समाप्त करते हुए वर्षों से कार्यरत संविदा कर्मचारियों को नियमित किया जाए।