Wednesday, November 6, 2024
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बिजली प्रबंधन के सौतेले रवैये से आक्रोशित संविदा कर्मियों ने किया प्रदर्शन, जुलाई के प्रथम सप्ताह में होगा बड़ा आंदोलन

भोपाल (लोकराग)। बिजली तंत्र को ठंड, गर्मी, बरसात में चलायमान रखने वाले संविदा कर्मियों के प्रति बिजली प्रबंधन द्वारा सौतेला रवैया अपनाया जा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा विधानसभा चुनाव 2023 के समय पर बहुत सारे विभागों की महापंचायत बुलाकर कर्मचारियों की मांग पूरी की गई थी। 4 जुलाई 2023 को संविदा कर्मचारियों की भी महापंचायत लाल परेड मैदान में बुलाई गई थी, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री ने मंच से ही ऊर्जा विभाग के कड़े परिश्रम की तारीफ की और आभार प्रकट किया साथ ही संविदा कर्मचारियों की पीड़ा को समझते हुए विद्युत कर्मियों के प्रति बहुत सारी घोषणा की गई। 

मध्य प्रदेश की कैबिनेट के द्वारा 22 जुलाई 2023 को संविदा नीति 2023 को कैबिनेट के द्वारा स्वीकृत कर दिया गया एवं सारे विभागों को निर्देश दिए गए की अपने-अपने विभागों के सक्षम अधिकारी नीति को लागू करवाएं। अधिकांश विभागों में सक्रियता के साथ नवीन संविदा नीति लागू कर दी गई जिससे विभागों के अधीनस्थ कर्मचारियों को सुविधाओं का लाभ मिलना आरंभ हो गया।

इसके दूसरी ओर बिजली विभाग में कार्यरत 6 हजार संविदा अधिकारी कर्मचारी प्रबंधन की ढील ढपाली के कारण 11 महीने बाद भी नवीन संविदा नीति बिजली संविदा कर्मचारियों हेतु लागू नहीं हो पायी।

विद्युत संविदा कर्मियों को एक और जहां नवीन नीति 2023 का लाभ नहीं दिया जा रहा तो वहीं दूसरी ओर पूर्व लागू नीति 2018 के माध्यम से प्राप्त वार्षिक वेतन वृद्धि एवं महंगाई भत्ते के लाभ से भी वंचित रखा जा रहा है मानो जैसे कोई भी लाभ की सुविधा विद्युत संविदा कर्मियों को प्राप्त न हो जाए इस प्रकार के उद्देश्य से बिजली कंपनियां कार्य कर रही हैं।

बैठकों का कोई नतीजा नहीं

यूनाइटेड फोरम संगठन के मीडिया प्रभारी लोकेंद्र श्रीवास्तव ने बताया ऊर्जा विभाग के मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर एवं पावर मैनेजमेंट के प्रबंध संचालक से बैठक के दौरान स्पष्ट कहा गया था संविदा नीति में संशोधन के बाद नीति जल्द जारी की जाएगी। लेकिन 11 महीने बाद भी नीति जारी नहीं हुई।

अनुकंपा नियुक्ति का लाभ नहीं

यूनाइटेड फोरम मध्य क्षेत्र कंपनी संयोजक आरएस कुशवाहा ने बताया संविदा नीति जुलाई 2023 में जारी हुई थी संविदा नीति समय पर लागू न होने के कारण बिजली विभाग में काम करते हुए आठ कर्मचारियों की मौत हुई है आज तक उनके परिवार को अनुकंपा नियुक्ति प्रदान नहीं गई बिजली कंपनियों की गलत नीतियों का भुगतान संविदा कर्मी कर रहे हैं।

जुलाई में करेंगे बड़ा प्रदर्शन

यूनाइटेड फोरम संगठन के अध्यक्ष इंजी. व्हीकेएस परिहार ने बताया प्रमुख सचिव ऊर्जा एवं पावर मैनेजमेंट के प्रबंध संचालक को पत्राचार किया गया है पत्र में आग्रह किया गया है कि जून के महीने के अंत तक संविदा नीति 2023 आवश्यक संशोधन जिसमें महंगाई भत्ता एवं वार्षिक वेतन वृद्धि सम्मिलित है जोड़कर जारी की जाए नहीं तो जुलाई के प्रथम सप्ताह में प्रदेश के समस्त संविदा अधिकारी कर्मचारी भोपाल में आकर बड़ा प्रदर्शन करेंगे। प्रबंधन को पत्र लिखने के बाद भी सुनवाई नहीं होती कर्मचारी संगठनों की मजबूरी बन जाती है आंदोलन में जाना।

प्रदर्शन में संविदा अधिकारी कर्मचारियों की उपस्थिति रही इंजी. केश वर्मा, इंजी. अखिलेश सूर्यवंशी, इंजी. शिवम लखेरा, इंजी. संजय बघेल, इंजी. वरुण नामदेव, इंजी. हेमंत वर्मा, दुर्गेश दुबे, प्रशांत पाल, कुलदीप खांडेकर, ओम प्रकाश मुड़िया, चंद्रमणि गजभिए, रोहित लाल, पवन जायसवाल, नमन त्रिपाठी, अनूप सैनी, प्रताप,दरबार, नितिन ,सोमेश, भगत, मनमोहन, जितेंद्र, कल्पना, संगीता, ज्योति, मंगनी बाई, निहारिका सहित अन्य संविदा अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।

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