मध्य प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि जबलपुर जिले में कोरोना टीकाकरण में लगे हजारों कर्मचारियों को मानदेय का भुगतान नहीं किया जा रहा है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं अन्य अधिकारियों द्वारा कर्मचारियों को मौखिक आदेश जारी कर कोरोना टीकाकरण कार्य अति आवश्यक कार्य बता कर डयूटी में लगाया जा रहा है। उनको बताया भी नहीं जा रहा कि उनको सेवाएं किस दिनांक से किस दिनांक तक देना है? ऐसा इसलिए किया जा रहा है, ताकि बाद में उनके द्वारा टीकाकरण कार्य के मानदेय की मांग ना की जा सके।
इसके पूर्व जनवरी माह मे आयोजित पल्स पोलियो अभियान के मानदेय का भुगतान भी नहीं किया गया है। कोरोना टीका करण के दौरान ना तो कर्मचारियों को खाने की व्यवस्था है और ना ही साफ पानी पीने की। सारा बजट अधिकारी वर्ग हजम करने में लगा हुआ है, जिससे कर्मचारी अपने आप को मानसिक रूप से प्रताड़ित महसूस कर रहा है।
संघ के संजय यादव, योगेंद्र दुबे, अर्वेन्द्र राजपूत, अवधेश तिवारी, अटल उपाध्याय, आलोक अग्निहोत्री, मुकेश सिंह, आशुतोष तिवारी, सुरेंद्र जैन, दुर्गेश पाण्डेय, ब्रजेश मिश्रा, चंदू जाऊलकर, बलराम नामदेव, परशुराम तिवारी, दिलराज झारिया, रामकृष्ण तिवारी, श्यामनारायण तिवारी, धीरेंद्र सोनी, मो. तारिक, सन्तोष तिवारी, प्रियांशु शुक्ला, महेश कोरी आदि ने मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव को ईमेल कर व कलेक्टर जबलपुर से मांग की है कि कोरोना टीकाकरण कार्य मे लगे कर्मचारियों को शीघ्र मानदेय का भुगतान किया जाये व दोषी अधिकारियों पर कार्यवाही की जाए।