मध्य प्रदेश विद्युत मंडल तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रांतीय महासचिव हरेंद्र श्रीवास्तव के नेतृत्व में जबलपुर ग्रामीण सर्किल के अंतर्गत पाटन संभाग में जन जागरण सभा की गई। जन सभा में हरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि वर्ष 2013 में 267 परीक्षण सहायकों की नियमित भर्ती की गई थी, वह इसलिए कि 33*11 केवी सब-स्टेशन से परीक्षण सहायक सेवानिवृत्त हो गए थे, ये भर्ती उन्हीं के रिक्त स्थान पर की गई थी।
उन्होंने बताया कि अब लगभग 4 साल के बाद जमीनी अधिकारियों के द्वारा परीक्षण सहायक को सब-स्टेशन से हटाकर कंप्यूटर ऑपरेटर बना दिया गया या उपभोक्ताओं की मीटर रीडिंग का कार्य करा रहे हैं। यह कार्य पद के विपरीत कराया जा रहा है। परीक्षण सहायक की जिस कार्य के लिए भर्ती की गई थी, उनसे वही कार्य कराया जाए, मीटर रीडिंग का कार्य ठेकेदार के द्वारा कराया जाए।
तकनीकी कर्मचारी संघ के अजय कश्यप, अरुण मालवीय, इंद्रपाल सिंह, मोहन दुबे, आजाद सकवार, गोली राम, विनोद दास, राजेश सुरेन्द्र मेश्राम, प्रदीप पांडे, सूय नारायण दीवान, प्रीतम सेन, राजू नायडू, राहुल खुमान आदि जन जागरण सभा में उपस्थित थे।
संघ ने पूर्व क्षेत्र कंपनी प्रबंधन से मांग की है कि परीक्षण सहायक से नियम विरुद्ध कार्य ना कराया जाए। वहीं मध्यप्रदेश शासन से मांग की गई है कि आउटसोर्स कर्मियों का बिजली कंपनियों में संविलियन कर मानव संसाधन नीति बनाई जाए। संविदा कर्मी को नियमित किया जावे और नियमित कर्मचारी को फ्रेंच बेनिफिट दिया जाए।