Saturday, November 2, 2024
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घटते मानव संसाधन के बावजूद बिजली कंपनी के वर्क कल्चर में हुआ सकारात्मक बदलाव

कोविड-19 के समय जबरदस्त भय और वातावरण में मजबूरी बनी ऑनलाइन वेबीनार को एमपी ट्रांसको ने अपनी मजबूती में बदल लिया है। आपदा में अवसर की तलाश कर एमपी ट्रांसको में पिछले 87 सप्ताह से लगातार ऑनलाइन वेबीनार जारी है, जिसमें पूरे मध्यप्रदेश के ट्रांसको के युवा इंजीनियरों के साथ सिस्टम में लगातार बदल रही तकनीक और उनके एडॉप्शन के बारे में संवाद किया जा रहा है। 

कार्मिकों की डे टू डे वर्किंग को आसान बनाने के उद्देश्य से एमपी ट्रांसको के अधीक्षण अभियंता सुनील यादव की इस अद्भुत सोच और क्रियान्वित करने की इच्छा शक्ति ने  इसे आज एमपी ट्रांसको की आवश्यकता बना दिया है। एमपी ट्रांसको के सुनील यादव ने बताया कि वेबीनार का उपयोग कर विशेषज्ञ जानकारी साझा करने के लिए यह एक प्रभावी टूल साबित हुआ है, जिसके कारण बेहतर इंटरेक्शन संभव हो पाया है।

एमपी ट्रांसको के अनुभवी इंजीनियरों के साथ नई पीढ़ी के युवा इंजीनियरों के तालमेल ने इस वेबिनार को ज्ञानवर्धक और इंजीनियर्स को प्रो एक्टिव बनाने में सहयोग दिया है, 

जिससे अनेक बार ट्रांसफॉमर्स, ट्रांसमिशन लाइन, सब-स्टेशनों आदि में आने वाली दिक्कतों का समय पर समाधान कर लिया जा रहा है।

तैयार हो रही है प्रशिक्षित बैंच स्ट्रैंथ

तकनीकी और प्रबंध विषयों पर जारी इस अद्भुत वेबीनार में हर बार अलग-अलग थीम पर संवाद होता है। इसका सबसे बड़ा फायदा घटते मानव संसाधन के बावजूद स्किल ट्रांसफर हो रहा है। फील्ड में कार्य कर रहे इंजीनियर और अधिक आत्म विश्वास, समर्पण, सतर्कता और एफिशिएंसी के साथ कार्य करने लगे हैं। वेबीनार में एक साथ 500 लोगों के जुड़ने की व्यवस्था है और इससे युवा इंजीनियरों की एक प्रशिक्षित बेंच स्ट्रेंथ तैयार की जा रही है।

सुनील यादव ने बताया कि इस वेबीनार में मुख्य अभियंता स्तर के अधिकारी भी जुड़े रहते हैं। वेबीनार की सफलता में  एमपी ट्रांसको की आईटी सेल के साथ मुख्य अभियंता पीके गार्गव के अलावा कार्यपालन अभियंता चंद्रकांत श्रीवास्तव, प्रणय जोशी, रवेंद्र पटेल का योगदान है।

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