अयोध्या में आगामी 22 जनवरी को प्रस्तावित भगवान श्रीराम की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा को दृष्टिगत रखते हुए प्रदेश के सभी जिलों में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश कलेक्टरों को जारी किये हैं।
आदेश में 16 से 22 जनवरी तक के विभिन्न सामाजिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों को गरिमापूर्वक मनाने के लिये आवश्यक निर्देश दिये गये हैं। स्थानीय निकायों तथा स्थानीय लोगों के सहयोग से स्पेशल ट्रेनों तथा सड़क मार्गों से अयोध्या जा रहे तीर्थयात्रियों के सम्मान और स्वागत की व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की जायेंगी।
प्रदेश के प्रत्येक मंदिर में 16 जनवरी से 22 जनवरी तक जन-सहयोग से राम कीर्तन का आयोजन कराया जायेगा। समस्त मंदिरों में दीप प्रज्जवलित किये जायेंगे। हर घर में दीपोत्सव के लिये आमजन को जागृत किया जायेगा। प्रदेश के नगरों तथा गाँव में मौजूद राम मंडलियों को मोहल्लों तथा गाँव में स्थानीय कार्यक्रम के लिये प्रेरित किया जायेगा। प्रदेश के प्रमुख मंदिरों में ट्रस्ट समितियों द्वारा धर्मगुरुओं के साथ समन्वय कर 22 जनवरी को भंडारों का आयोजन किया जायेगा।
प्रदेश के मुख्य मंदिरों में टी.व्ही. स्क्रीन लगाकर अयोध्या में भगवान श्रीराम की प्रतिमा के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का सजीव प्रसारण किया जायेगा। मंदिरों के आयोजन में आमजन की सहभागिता के लिये विशेष रूप से आमंत्रण दिये जायेंगे, आवश्यक प्रबंध भी सुनिश्चित किये जायेंगे। जिले के प्रमुख मंदिरों में ट्रस्ट समिति के माध्यम से स्वच्छता, रोशनी, दीप प्रज्जवलन आदि के साथ ही भगवान श्रीराम-जानकी आधारित सांस्कृतिक आयोजन भी किये जायेंगे।
सभी नगरों में नगरीय विकास एवं आवास विभाग तथा गाँव में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के माध्यम से 14 से 21 जनवरी के मध्य विशेष सफाई अभियान चलाया जायेगा। सभी सरकारी इमारतों तथा स्कूल एवं कॉलेजों में साज-सज्जा की जायेगी। प्रदेश के सभी शासकीय कार्यालयों में 16 से 21 जनवरी तक विशेष सफाई अभियान चलाया जायेगा। समस्त शासकीय कार्यालयों में 21 से 26 जनवरी तक रोशनी की जायेगी।
संस्कृति विभाग द्वारा श्रीरामचरित लीला समारोह 11 से 21 जनवरी, 2024 तक रतलाम, मंदसौर, उज्जैन, इंदौर, खण्डवा, आगर-मालवा, देवास, सीहोर, छिंदवाड़ा, जबलपुर, अनूपपुर, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, सतना, ग्वालियर, दतिया, निवाड़ी, रीवा एवं दमोह में आयोजित किये जायेंगे।
प्रदेश के जिलों में विभिन्न विभागों को कार्यक्रम कराये जाने संबंधी जिम्मेदारियाँ सौंपी गई हैं। अलग-अलग स्थानों पर जन-अभियान परिषद के सहयोग से 11 से 22 जनवरी तक प्रभात-फेरी एवं कलश-यात्रा, 22 जनवरी को मंदिरों, पवित्र नदियों, जलाशयों में दीपदान एवं प्रकाश व्यवस्था, 11 से 22 जनवरी के बीच प्रदेश के 28 पवित्र स्थलों पर श्रीरामचरित लीला समारोह के साथ चित्रकूट एवं ओरछा में विशिष्ट गतिविधियों का आयोजन, स्थानीय कलाकारों एवं संस्थाओं के सहयोग से श्रीराम-जानकी जी से संबंधित चित्र, शिल्प, रांगोली आदि के साथ आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक परिचर्चा, नृत्य-नाटिका, भजन संध्या का आयोजन भी किया जायेगा।
सभी ग्राम पंचायतों में श्रीराम कथा साप्ताह मनाया जायेगा, जिसमें गायन, कथा-वाचन, रामरक्षा स्रोत, रामचरित मानस पाठ आदि पर प्रतियोगिताएँ आयोजित होंगी। प्रतियोगिता के विजेताओं को मुख्यमंत्री की ओर से प्रमाण-पत्र दिये जायेंगे। पुरस्कार वितरण 26 जनवरी को जिला मुख्यालय पर होगा।