जिला शिक्षा अधिकारी ने नौ शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी किये हैं। जबलपुर डीईओ घनश्याम सोनी ने बिना सूचना दिये शाला से अनुपस्थित पाये जाने पर तथा अध्यापन कार्य के प्रति लापरवाही बरतने की प्राप्त शिकायतों पर नौ शिक्ष कों को कारण बताओ नोटिस जारी किये हैं तथा जवाब नहीं मिलने पर असंचयी प्रभाव से दो-दो वेतन वृद्धि रोकने की चेतावनी दी है।
जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी ने गत दिवस शहपुरा विकासखंड के ग्राम भमकी स्थित शासकीय एकीकृत शाला का आकस्मिक निरीक्षण किया था।
निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित पाये गये, विलंब से आये तथा अध्यापन कार्य के प्रति लापरवाही बरतने वाले इस शाला के सात शिक्षकों माध्यमिक शिक्षक ब्रजेश पटेल, प्राथमिक शिक्षक शकुन्तला सिंगौरे, प्राथमिक शिक्षक प्रफुल्ल कुमार पाण्डेय, प्राथमिक शिक्षक मीना आम्रवंशी, सहायक शिक्षक उमा रजक, माध्यमिक शिक्षक गगन दुबे एवं उच्च माध्यमिक शिक्षक मनीषा विश्वकर्मा को कारण बताओ सूचना पत्र जारी किये गये तथा सात दिन के भीतर इसका जवाब देने के निर्देश दिये गये है।
जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा जारी नोटिस में कहा गया है कि तय समय सीमा के भीतर तथा संतोषजनक उत्तर न मिलने पर इन शिक्षकों की असंचयी प्रभाव से दो-दो वेतन वृद्धि रोकी जायेगी।
इसी प्रकार जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा मंझौली विकासखंड के ग्राम गौरा नेगई स्थित शासकीय हाई स्कूल के दो शिक्षकों को भी दो-दो वेतन वृद्धि रोकने कारण बताओ सूचना पत्र जारी किये गये हैं तथा सात दिन के भीतर जवाब तलब किया गया है। इन शिक्षकों में सहायक शिक्षक विज्ञान की ऋषि परोहा एवं विद्यालय की प्रभारी प्राचार्य श्रीमती आशा वर्मा शामिल है।
वहीं सहायक शिक्षक ऋषि परोहा को विद्यालय का शैक्षिक कार्य नहीं करने, असहयोग करने एवं विद्यालय की छवि खराब करने के आरोप में कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। जबकि विद्यालय की प्रभारी प्राचार्य को वर्ष 2023-24 में वार्षिक परीक्षा परिणाम 27 प्रतिशत रहने, शैक्षणिक कार्य में लापरवाही बरतने तथा छात्र-छात्राओं की नियमित उपस्थिति के लिये कोई प्रयास नहीं करने की वजह से कारण बताओ नोटिस दिया गया है।