मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि गत दिनों प्रदेश में आई भीषण बाढ़ से प्रदेश में जनहानि नहीं हुई है, परंतु प्रभावितों के घर, सामान आदि की अत्यधिक हानि हुई है। कई गाँवों में तो पूरे के पूरे घर टूट गए हैं तथा सामान नष्ट हो गया है। परंतु मेरे भाई-बहन चिंता न करें, हम उन्हें जैसा का तैसा घर बनाकर देंगे।
उन्होंने कहा कि साथ ही उनके खेत, सामान आदि की हानि की भी अधिक से अधिक भरपाई की जाएगी। एक-एक बाढ़ पीड़ित के चेहरे पर पुन: मुस्कुराहट लाई जाएगी, ये मामा का वादा है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश में बाढ़ से पीड़ित व्यक्तियों को आरबीसी 6/4, मनरेगा आदि योजनाओं के माध्यम से सहायता दिलवाए जाने के संबंध में बैठक ले रहे थे।
बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास मनोज श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव राजस्व मनीष रस्तोगी, आयुक्त जनसंपर्क सुदाम खाड़े आदि उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश दिए कि जिन व्यक्तियों के मकान बाढ़ से पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं, उन्हें आरबीसी 6/4 के तहत एक लाख रूपए की राशि, मनरेगा के अंतर्गत मजदूरी की 20 हजार रूपए तथा शौचालय निर्माण के लिए 12 हजार रूपये की राशि इस प्रकार एक लाख 32 हजार की राशि प्रदान की जाए।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि बाढ़ से पशु शेड भी नष्ट हुए हैं। ऐसे पशुपालक जिनके शेड नष्ट हुए है और जिनके पास 5 पशु है उन्हें 70 हजार रुपये और 10 पशु है तो एक लाख रूपए की राशि पशु शेड बनाने के लिये दी जाएगी। इससे वे अपना नया पशु शेड बनवा सकते हैं। बाढ़ प्रभावित व्यक्तियों को अनाज एवं बर्तन-भाड़े इत्यादि के लिए 5 हजार रूपए क्षतिपूर्ति भी दी जाए।