मध्य प्रदेश विद्युत मंडल तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रांतीय महासचिव हरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि मध्य प्रदेश की तीनों विद्युत वितरण कंपनियों में दशहरे के त्योहार के दौरान बिजली व्यवस्था सुचारू बनाये रखने के लिए सभी नियमित, संविदा और आउटसोर्स कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है।
उन्होंने कहा कि हर वर्ष यह देखने में आया है कि विशेष अवसरों पर मैदानी कर्मचारियों से ड्यूटी के दौरान 8 घंटे की शिफ्ट की बजाए 16 से 18 घंटे तक कार्य कराया जाता है। ऐसे में सभी कर्मचारी भूखे पेट कार्य करने के लिए मज़बूर होते हैं।
उन्होंने मप्र पूर्व क्षेत्र, मध्य क्षेत्र और पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालकों से मांग की गई है कि प्रदेश के 52 जिलों में नियमित, संविदा और आउटसोर्स कर्मचारियों को दशहरे की ड्यूटी के दौरान भोजन भी उपलब्ध कराया जाए, ताकि वे निश्चिंत होकर कार्य कर सकें।
उन्होंने बताया कि 33×11 केवी सब स्टेशनों में ऑपरेटरों सहित लाइनमैनों की 13 से 15 अक्टूबर तक ड्यूटी लगाई गई है। उन्हें दशहरे पर प्रतिमाओं के विसर्जन होने तक वहां उपस्थित रहना है। इस दौरान वे कहीं नहीं जा सकेंगे, ऐसी स्थिति में इन कर्मचारियों के भोजन की व्यवस्था कंपनी प्रबंधन को करना चाहिए।
संघ के हरेंद्र श्रीवास्तव, मोहन दुबे, राजकुमार सैनी, अजय कश्यप, जेके कोस्टा, अरुण मालवीय, इंद्रपाल, शशि उपाध्याय, महेश पटेल, दशरथ शर्मा, मदन पटेल, सुरेंद्र मेश्राम, पुरुषोत्तम आजाद, घनश्याम चौरसिया, टी डेविड, मोतीलाल काछी, अमीन अंसारी, लखन सिंह राजपूत, राजेश यादव, पीएन मिश्रा आदि ने तीनों वितरण कंपनी के प्रबंध संचालकों से मांग की है कि ड्यूटी पर तैनात नियमित, संविदा और आउटसोर्स कर्मियों के लिए खाना खाने की व्यवस्था करने के निर्देश जमीनी अधिकारियों को निर्देश जारी करें।