मध्य प्रदेश विद्युत मंडल तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रांतीय महासचिव हरेंद्र श्रीवास्तव ने 6 मई 2021 को मध्य प्रदेश के ऊर्जा मंत्री, श्रम मंत्री एवं प्रमुख ऊर्जा सचिव को पत्र लिखकर मांग की है कि विद्युत संविदा कर्मियों को एक कंपनी से दूसरी कंपनी में स्थानांतरण का विकल्प मिलना चाहिए।
अपने पत्र में हरेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि प्रदेश की विद्युत कंपनियों में ऐसे हजारों संविदा कर्मी कार्यरत हैं, जो अपने परिवार से सैकड़ों किलोमीटर दूर नौकरी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि संविदा कर्मचारी अपने माता-पिता तथा पत्नी व बच्चों से दूर रहने पर मजबूर हैं, क्योंकि उनके एक कंपनी से दूसरी कंपनी में स्थानांतरण लेने का विकल्प नहीं है।
हरेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि इस कारण संविदा कर्मियों को घर आने-जाने में भी परेशानी होती है एवं ज्यादा पैसा भी खर्च होता है। संविदा कर्मियों को ज्यादा दिन की छुट्टी भी नहीं मिलती है, जिससे वे परिवार के साथ पर्याप्त समय बिता सकें। ऐसे में जो कर्मचारी स्वेच्छा से एक कंपनी से दूसरी कंपनी में जाना चाहते हैं, उनसे ऑप्शन फार्म भरवा कर स्थानांतरण किया जाये।
संघ के रमेश रजक, एसके शाक्य, के एन लोखंडे, एसके मौर्य, प्रेम लाल पटेल, केएन गर्ग, घनश्याम चौरसिया, लखन राजपूत, मोहन दुबे, राजकुमार सैनी, अजय कश्यप, जेके कोस्टा, अरुण मालवीय, इंद्रपाल, सुरेंद्र मेश्राम, संजय वर्मा, मदन पटेल, शशि उपाध्याय, हीरेंद्र रोहिताश,दशरथ शर्मा, महेश पटेल आदि ने ऊर्जा मंत्री से निवेदन किया है कि मध्य प्रदेश राज्य विद्युत मंडल की सभी उत्तरवर्ती कंपनी प्रबंधनों को आदेश जारी कर संविदा कर्मियों का एक कंपनी से दूसरी कंपनी में स्थानांतरण करने के लिए ऑप्शन फॉर्म भरवा कर कार्यवाही की जाए।