बिजली कंपनी के आउटसोर्स कर्मी बिना आराम लगातार बिजली कंपनी में अपनी ड्यूटी का निर्वहन करते हैं। आउटसोर्स कर्मियों को न ही साप्ताहिक अवकाश दिया जाता है और न ही राष्ट्रीय त्यौहारों पर उन्हें छुट्टी मिलती है। मध्यप्रदेश विद्युत मंडल तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रांतीय महासचिव हरेंद्र श्रीवास्तव ने मांग की है कि प्रदेश के सभी बिजली आउटसोर्स कर्मियों को एक माह के वेतन के बराबर अतिरिक्त वेतन और त्यौहार का बोनस दिया जाए।
हरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि मध्य प्रदेश राज्य विद्युत मंडल की उतरवर्ती बिजली कंपनियों में लगभग 50000 आउटसोर्स कर्मी कार्यरत हैं। जो अनवरत अपने कार्य में रत रहते हैं। एक वर्ष में लगभग 48 से ज्यादा साप्ताहिक अवकाश पड़ते हैं, लेकिन बिजली कंपनियों में कर्मचारियों की अत्यधिक कमी होने की वजह से जमीनी अधिकारियों के द्वारा आउटसोर्स कर्मियों को साप्ताहिक अवकाश नहीं दिया जाता, अत्याधिक आवश्यक होने पर ही अवकाश दिया जाता है, वहीं विशेष अवसरों और त्यौहारों में आउटसोर्स कर्मियों की स्पेशल ड्यूटी लगाकर लगातार 16 घंटे तक कार्य कराया जाता है। इस सभी कार्यों के लिए आउटसोर्स कर्मियों को कोई भी अतिरिक्त वेतन नहीं दिया जाता है, जबकि श्रम नियम के तहत किसी भी श्रमिक से अवकाश के दिन कार्य कराने पर दुगनी दर से वेतन देना जरूरी है।
संघ के केएन लोखंडे, एसके मौर्य, शशि उपाध्याय, एसके सिंह, अजय कश्यप, मोहन दुबे, राजकुमार सैनी, लखन सिंह राजपूत, पीएम मिश्रा, इंद्रपाल सिंह, संदीप यादव, पवन यादव, राहुल दुबे, संदीप दीपांकर, अरुण मालवीय, विनोद दास, अमीन अंसारी आदि ने सभी बिजली कंपनियों के प्रबंधन से आउटसोर्स कर्मियों को दीपावली पर एक माह का अतिरिक्त वेतन और बोनस प्रदान किए जाने की मांग की है।