बिजली बिलों में गड़बड़ी रोकने के लिए ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने विद्युत कंपनी के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं की संतुष्टि हमारी पहली प्राथमिकता है। बिलों में गड़बड़ी के लिए जूनियर इंजीनियरों (एई) और असिस्टेंट इंजीनियरों (जेई) की भी जिम्मेदारी तय होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि बिजली बिलों में किसी प्रकार की गड़बड़ी हुई तो इसकी जांच की जाएगी। जांच में यदि यह जिम्मेदार पाए गए तो इन पर कार्रवाई की जाए, ज्यादा गड़बड़ी पर इनके इंक्रीमेंट भी रोके।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि कॉल सेंटर में दर्ज होने वाली शिकायतों का भी तय समय पर निपटारा किया जाना चाहिए। हर महीने के बिल सही रीडिंग के आधार पर ही बनाए जाएं। इनमें तय स्लैब के हिसाब से ही दरें जोड़ी जाएं। एवरेज बिल और असेस्मेंट वाले बिल किसी भी स्थिति में नहीं दिए जाएं।
इसके अलावा ऊर्जा मंत्री ने अधिकारियों से कहा कि खराब ट्रांसफॉर्मरों को बदलने में देर नहीं की जाए। यदि संभव हो सके तो उपभोक्ताओं से फीडबैक भी लिया जाए।