तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के प्रान्तीय संयोजक मुकेश सिंह ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि मध्य प्रदेश शासन के निर्देशों पर कोरोना महामारी में प्रथम लहर से वर्तमान द्वितीय लहर में लगातार अध्यापक संवर्ग के लोक सेवक विभिन्न कार्यों जैसे रोको-टोको अभियान, कोरंटाइन सेंटर, लोगों को प्रेरित कर टीकाकरण अभियान से जोड़ना, कंटेनमेंट एरिया का सर्वे कार्य, टोल नाकों, चूंगी नाकाओं पर, सड़क पर पुलिस के जवानों के साथ मजिस्ट्रेट की भूमिका में तैनात, हवाई अड्डा, बस स्टेण्ड, रेल्वे स्टेशनो, हास्पिटल, नगरपालिका, नगर निगम, राशन दुकान, प्रवासी मजदूरों को बसों से जिला व गांव तक पहुचाना, भोजन वितरण का कार्य आदि कार्यों में ड्यूटी लगाई गई है।
सभी ड्यूटी में अध्यापक संवर्ग के लोक सेवक दिलो जान के साथ शासन के निर्देशों का पालान करते हुए कोरोना महामारी की रोकथाम में स्वास्थ्य विभाग, पैरामेडिकल स्टाफ, पुलिस कर्मियों व राजस्व विभाग के समान ही अपनी जान की परवाह न करते हुए कर्तव्य निष्ठा से कार्य करते हुए काल के महाकाल में समा रहे हैं।
अध्यापक इस महामारी के दौर में विद्यार्थियों के भविष्य को देखते हुए ऑनलाईन क्लास के साथ-साथ मुहोल्ला क्लास चलाकर छात्रों को पढ़ा रहे थे व वर्तमान में हाई स्कूल हायर सेकेण्डी की प्री-बोर्ड परीक्षा, प्रायोगिक परीक्षा व 9वीं व 11वीं के परीक्षा परिणाम हेतु दिन प्रति दिन कार्य में लगे हुए हैं। विगत एक वर्ष में सैकड़ों अध्यापक उक्त कार्य निष्पादन के दौरान इस महामारी से संकमित होकर अपनी जान निछावर करते हुए शहीद हो चुके हैं व कुछ इस बीमारी से लड़ते हुए अस्पतालों में भर्ती हैं। परन्तु शासन द्वारा अध्यापकों के साथ भेदभव करते हुए कोरोना वारियर्स घोषित न किये जान के कारण उनके परिजनों को अनकों परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
संघ के मुकेश सिंह, आलोक अग्निहोत्री, नितिन अग्रवाल, तरूण पंचौली, मनीष चौबे, गगन चौबे, श्यामनारायण तिवारी, प्रणव साह, राकेश उपाध्याय, राकेश दुबे, गणेश उपाध्याय, धीरेन्द्र सोनी, मो. तारिक, प्रियांशु शुक्ला, मनीष लोहिया, सुदेश पाण्डेय, मनीष शुक्ला. राकेश पाण्डेय देवदत्त शुक्ला, सोनल दुबे, ब्रजेश गोस्वामी, विजय कोष्टी, अब्दुल्ला चिस्ती, पवन ताम्रकार, संजय श्रीवास्तव, आदित्य दीक्षित, संतोष कावेरिया, जय प्रकाश गुप्ता आदि ने मुख्यमंत्री को ई-मेल के माध्यम से ज्ञापन भेजकर मांग की है कि स्वास्थ्य विभाग, पैरामेडिकल स्टाफ, पुलिस कर्मियों व राजस्व विभाग के समान ही कोरोना कार्य में लगे अध्यापक संवर्ग के लोक सेवकों को भी कोरोना वारियर्स घोषित किया जाये, ताकि शासन की कोरोना वारियर्स योजना का लाभ प्राप्त हो सके।