निजी स्कूलों की मनमानी से अभिभावकों को राहत दिलाने जिला प्रशासन द्वारा जनप्रतिनिधियों के साथ आज शनिवार 27 जुलाई को लेमा गार्डन गोहलपुर स्थित गारमेंट कलस्टर में पाँच दिवसीय यूनिफार्म मेले का शुभारंभ किया। इस अवसर पर महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू, विधायक अशोक रोहाणी, लखन घनघोरिया, अभिलाष पांडे और नगर निगम अध्यक्ष रिकुंज विज, कलेक्टर दीपक सक्सेना, जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी, डीपीसी योगेश शर्मा सहित अभिभावक व विद्यार्थी मौजूद थे।
इस अवसर पर महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने कहा कि निश्चित रूप से गणवेश मेला एक बहुत बड़ा संदेश देता है और आने वाले समय में शिक्षा के क्षेत्र में और भी सुधार होगा। जबलपुर में शिक्षा के क्षेत्र में किये गये सकारात्मक प्रयास के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को भी साधुवाद दिया। उन्होंने कहा कि बच्चों की यूनिफार्म और पुस्तकों का लगभग 4 लाख विद्यार्थियों के बीच आठ सौ करोड़ का व्यवसाय होता है। इसमें स्वसहायता समूह को जोड़कर एक कलस्टर बनाने को कहा।
विधायक अशोक रोहाणी ने शिक्षा के व्यवसायीकरण के खिलाफ यूनिफार्म मेला को सकारात्मक प्रयास का परिणाम बताते हुये इसकी सराहना की। उन्होंने भविष्य में इसके लाभों के बारे में भी बताया। साथ ही कहा कि हर साल पाठ्यक्रम न बदले जायें, क्योंकि बार-बार पाठ्यक्रम बदलने से इस सत्र में जो पुस्तक उपयोगी है वह दूसरे सत्र में अनुपयोगी हो जाती है। पहले पाठ्यक्रम नहीं बदलने से एक ही पुस्तक को विद्यार्थियों के छोटे भाई बहन भी उस क्लास में उस पुस्तक को पढते थे।
विधायक लघन घंघोरिया ने कहा कि यह अभिनव आयोजन है जो अच्छी सोच से किया जा रहा है और जो चीज अच्छी है उसकी तारीफ करनी चाहिए। कोरोना काल में ऑनलाईन क्लास के नाम से मनमाने फीस लिये जाने का जिक्र करते हुये उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में सुधार करने पर जोर दिया। साथ ही कहा कि स्कूलों में बालक-बालिका के लिए अलग-अलग शौचालय, पीने का पानी की व्यवस्था भी हो। साथ ही स्कूलों की जमीन में किये गये अतिक्रमण को हटाने को कहा।
विधायक अभिलाष पांडे ने जिला प्रशासन की इस पहल की सराहना की और इस सकारात्मक कार्य के लिए कहा कि स्कूल शिक्षा में सकारात्मक प्रयास हो जिससे शिक्षा बच्चों व पेरेंट्स पर बोझ न बने। कलेक्टर दीपक सक्सेना ने कहा कि पुस्तक मेला की तरह गणवेश मेला की कई दिनों से आवश्यकता थी। जिसमें शैक्षणिक सामग्री क्रय करने में अभिभावकों में पारदर्शिता का अनुभव हो और उन्हें उचित रेट में उचित दर पर यूनिफार्म व शैक्षणिक सामग्री मिल सके।
कलेक्टर ने कहा कि गारमेंट कलस्टर में मेला लगाने के पीछे यह भी उद्देश्य है कि लोग गारमेंट कलस्टर की गतिविधियों से परिचित हो सके। यूनिफार्म मेला में विक्रेताओं द्वारा सत्रह स्टॉल लगाये गये हैं। इन स्टालों पर जिले में स्थित सभी निजी स्कूलों की यूनिफार्म रियायती दरों पर विक्रय के लिये उपलब्ध रहेगी। मेला पाँचों दिन शाम 4 बजे से रात 9 बजे तक खुला रहेगा। ज्ञात हो कि निजी स्कूलों की प्रकाशकों एवं पुस्तक विक्रेताओं से साठगांठ को तोड़ने और अभिभावकों को रियायती और प्रतिस्पर्धी कीमतों पर कॉपी-किताब उपलब्ध कराने जिला प्रशासन द्वारा इसी वर्ष 10 अप्रैल को गोलबाजार स्थित शहीद स्मारक परिसर में पाँच दिवसीय पुस्तक मेला का आयोजन किया गया था। इसी तर्ज पर यूनिफार्म मेला भी लगाया गया है।