जबलपुर के रानी अवंति बाई लोधी सागर परियोजना बरगी बांध के जलस्तर को नियंत्रित करने आज रविवार की दोपहर एक बजे इसके चार गेट और खोल दिये गये हैं। अब बांध तेरह गेटों से 1 लाख 12 हजार 160 क्युसेक (3 हजार 176 क्युमेक) पानी छोड़ा जा रहा है। इन गेटों को औसतन 1.96 मीटर की ऊंचाई तक खोला गया है। परियोजना प्रशासन ने बांध में पानी की आवक को देखते हुये शाम तक पानी निकासी की मात्रा और बढ़ाये जाने की संभावना व्यक्त की है तथा निचले क्षेत्र के रहवासियों से नर्मदा तट से सुरक्षित दूरी बनाये रखने का अनुरोध किया है।
बरगी बांध के कार्यपालन यंत्री अजय सूरे के मुताबिक जलग्रहण क्षेत्र में हो रही वर्षा की वजह से बांध का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। रविवार 4 अगस्त की दोपहर 12 बजे बांध का जलस्तर 421.50 मीटर रिकार्ड किया गया था, जो ऑपरेशनल मैन्युल के अनुसार 15 अगस्त तक निर्धारित 421 मीटर से ऊपर है। बांध 90 फीसदी भर चुका है और इसमें अभी 7 हजार 033 क्युमेक पानी प्रवेश कर रहा है। मंडला में इसका जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर हो गया है।
कार्यपालन यंत्री बरगी बांध ने बताया कि बांध से जल निकासी की मात्रा बढ़ाये जाने से नर्मदा के घाटों पर वर्तमान जलस्तर से 8 से 10 फुट की बढ़ोतरी होगी। उन्होंने बताया कि बांध के जलस्तर की लगातार समीक्षा की जा रही है। जल की आवक अनुसार बांध से पानी छोड़ने की मात्रा शाम तक और बढ़ाई जा सकती है। इसके लिये बांध के और गेट खोले जा सकते हैं। दोपहर एक बजे के पहले बांध के नौ गेट से 76 हजार 982 क्युसेक पानी छोड़ा जा रहा था।