मप्र अधिकारी-कर्मचारी संयुक्त महामोर्चा ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि मध्य प्रदेश में कार्यरत लाखों शासकीय कर्मचारियों को केन्द्र के समान स्वास्थ्य सुविधायें नहीं मिल रही है एवं कर्मचारियों को अपने व्यय पर इलाज कराना पड़ता है।
जिस कारण कर्मचारियों को मानसिक व आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है, जबकि केन्द्र शासन के कर्मचारियों को इलाज का संपूर्ण खर्च पूर्व में ही प्रदान किया जाता है। संघ प्रदेश के मुख्यमंत्री से मांग करता है कि राज्य के कर्मचारियों को भी केन्द्र के समान स्वास्थ्य सेवायें प्रदान की जाये।
संघ के प्रमोद तिवारी, उदित भदौरिया, अवधेश तिवारी, मनोज सेन, मनीष चौबे, सुनील राय, श्याम नारायण तिवारी, विनय नामदेव, पवन ताम्रकार, कृष्णकांत यादव, धीरेन्द्र सोनी, मो. तारिक, प्रियांशु शुक्ला, श्याम सुन्दर तिवारी, प्रदीप सेन आदि ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से मांग की है कि राज्य के कर्मचारियों को भी केन्द्र के समान स्वास्थ्य सेवायें प्रदान की जाये।