भोपाल (हि.स.)। मध्यप्रदेश में मानसूनी स्ट्रांग सिस्टम की वजह से बारिश का दौरा लगातार जारी है। पिछले 4 दिन से हो रही बारिश से प्रदेश तरबतर हो गया है। अगले दो दिन भी प्रदेश खूब भीगेगा। आज मंगलवार सुबह भोपाल-ग्वालियर में रिमझिम बारिश हुई। मौसम विभाग ने भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर समेत 27 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है। प्रदेश में अब तक एवरेज 12.9 इंच पानी गिर चुका है। यह सीजन की 35 प्रतिशत बारिश है।
मध्यप्रदेश के पश्चिमी हिस्से भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, ग्वालियर-चंबल संभाग में ऐवरेज से 5 प्रतिशत ज्यादा पानी गिर चुका है, जबकि पूर्वी हिस्से रीवा, सागर, जबलपुर और शहडोल संभाग में 17 प्रतिशत कम बारिश हुई है। हालांकि 3 दिन से इन संभाग के जिलों में भी तेज बारिश हो रही है। बारिश का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। उधर सिवनी में बिठली गेट के पास रेलवे ट्रैक पर बारिश का पानी भर गया। सोमवार शाम 6 बजे छिंदवाड़ा से नैनपुर और नैनपुर से छिंदवाड़ा के बीच चलने वाली दो पैसेंजर ट्रेन एहतियातन रद्द करना पड़ीं।
मौसम विभाग ने बताया कि छत्तीसगढ़ के मध्य हिस्से में लो प्रेशर है। इस वजह से मानसून ट्रफ लाइन मध्यप्रदेश के बीच से गुजर रही है। साइक्लोनिक सर्कुलेशन भी एक्टिव है। पूर्व-उत्तर राजस्थान के ऊपर चक्रवाती घेरा है। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी भी आ रही है। इन्हीं वजहों से 48 घंटे के दौरान बारिश का दौर चलता रहेगा। अगले 24 घंटे में ग्वालियर-चंबल में बारिश की एक्टिविटी तेज होगी। अरब सागर की तरफ से नमी आने से इंदौर संभाग भी भीगेगा। इसके बाद सिस्टम का असर कम होगा, लेकिन प्रदेश के पूर्वी हिस्से के कुछ जिलों में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। जबकि 25 जुलाई से सिस्टम कमजोर होगा। कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ हल्की बारिश का दौर जारी रहेगा। प्रदेश के पूर्वी हिस्से में 28 जुलाई से फिर से तेज बारिश शुरू होगी। 29 और 30 जुलाई को उत्तरी हिस्से में तेज बारिश होने का अनुमान है।’
डैम-तालाबों में बढ़ रहा पानी
लगातार बारिश होने से प्रदेश के डैम-तालाबों में भी पानी बढ़ रहा है। बैतूल का सतपुड़ा और श्योपुर में भी डैम ओवरफ्लो हो गए हैं। सीहोर के कोलार डैम में दो दिन में 9 फीट पानी बढ़ा है। राजगढ़ के मोहनपुरा डैम में 2 फीट, जबलपुर के बरगी डैम में 1 फीट पानी की बढ़ोतरी हुई है। भोपाल के बड़ा तालाब में सवा फीट पानी की बढ़ोतरी हुई है। शहडोल के बाणसागर, भोपाल के कलियासोत डैम, राजगढ़ के कुंडालिया डैम में भी पानी बढ़ा है।